चंडीगढ़: भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील कुमार अरोड़ा ने चंडीगढ़ में हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश के चुनाव अधिकारियों के साथ गत पिछली मतदाता सूची में बूथ लेवल अधिकारियों के कार्यों के साथ स्वीप कार्यक्रम की विस्तार से समीक्षा की.
स्वीप कार्यक्रम सभी लोगों के लिए सही नहीं हो सकता: चुनाव आयुक्त
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील कुमार अरोड़ा ने बताया कि इलेक्ट्रोल रोल ऑफ बीएलओ और कॉमन सर्विस सेंटर का प्रोजेक्ट बनाकर भेजा जाए ताकि उसे सही क्रियान्वित किया जा सके. उन्होंने कहा कि स्वीप कार्यक्रम भी सभी लोगों के लिए सही नहीं हो सकता. इसलिए किसी संगठन, औद्योगिक क्षेत्र में कार्य करने वालों के लिए अलग से चलाया जाए ताकि वे भली भांति समझकर चुनाव प्रक्रिया में भाग ले सके. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि आगामी चुनाव को लेकर और ज्यादा बेहतर एवं इलेक्ट्रॉनिकली अन्य देशों की भांति करवाने के लिए कनाडा में चुनाव स्टडी टूर भेजा जाए.
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बेहतर चुनाव कराने के लिए सभी सुझवों पर हुई विस्तार से चर्चा
मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव अधिकारियों के सुझाव पर सेवानिवृत अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा फौजियों से बीएलओ का कार्य करवाने के लिए भी विस्तार से चर्चा की. उन्होंने सीएससी को वोट बनवाने बारे प्रौजेक्ट बनाकर हरियाणा, पंजाब, चण्डीगढ तथा हिमाचल प्रदेश के एक एक जिलों में ट्रायल के तौर पर लागू करने के निर्देश दिए. हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने प्रजेंटेंशन के माध्यम से वोट बनाने, बूथ लेवल अधिकारियों की प्रक्रिया और सत्यापन सहित विस्तार से की जा रही चुनावी गतिविधियों पर प्रकाश डाला.