चंडीगढ़: देश के अलग-अलग डेवलप सिटी में उच्च स्तर के रहन-सहन को दिखाने के लिए स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में सिटीजन फीडबैक लिया जा रहा है. यह सर्वे मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स दवारा करवाया जा है. जिसके चलते आम लोगों को इस सर्वे में शामिल होने के लिए कहा गया है, वहीं दूसरी और बच्चों और अभिभावकों को भी उनके शिक्षकों द्वारा सर्वे में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है. चंडीगढ़ शिक्षा विभाग के निदेशक हरसुहिंदर पाल सिंह बराड़ का कहना है कि, लोगों का यह अधिकार है कि वह अपने सिटीजन होने का फर्ज निभाएं. हमने किसी भी तरह का आदेश जारी नहीं किया है.
स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए शहर के लोगों से ली जा रही प्रतिक्रिया: बता दें कि, स्वच्छ सर्वेक्षण सिटीजन फीडबैक देने के लिए शहरवासियों को अलग-अलग तरीके से अपील की जा रही है. 24 मई 2022 से सर्वेक्षण शुरू किया गया था. ऐसे में 1 जुलाई से चौथे चरण के लिए सर्वेक्षण शुरू किया गया है, जिसके लिए चंडीगढ़ में बड़े स्तर पर इस सर्वे को करवाया जा रहा है. जल्द ही स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम चंडीगढ़ पहुंचेगी. इस सर्वेक्षण सर्वे में 40 चरणों को लेकर अध्ययन किया जाएगा कि किस शहर में सबसे अधिक लोग वहां के रहन-सहन से संतुष्ट हैं.
लोगों को फॉर्म भरने में परेशानी: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्कूल के बच्चों और अभिभावकों को शिक्षकों द्वारा व्हाट्सएप के जरिए स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए दिए गए ऑनलाइन एप्लीकेशन में आठवें-नौवें ऑप्शन पर वेरी सेटिस्फाइड ऑप्शन यानी यस (Yes) चुनने के लिए कहा गया है. यह भी देखने में आ रहा है कि कई लोग फीडबैक एप्लीकेशन नहीं समझ पा रहे हैं. ऐसे में जिन लोगों को फॉर्म भरने में परेशानी पेश आ रही है, उन्हें पीटीएम मीटिंग में बुलाकर फॉर्म समझाया और भरवाया जा रहा है.
स्वच्छ सर्वेक्षण फीडबैक के लिए इन कर्मचारियों पर जिम्मेदारी: इसके साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण का फीडबैक चंडीगढ़ प्रशासन में काम कर रहे कर्मचारियों और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भी भरने के लिए कहा गया है. सूत्रों की मानें तो, इस काम के लिए कुछ लोगों को ध्यान देने के लिए कहा गया है जो फीडबैक का स्क्रीनशॉट अपने विभाग अधिकारियों को देंगे. ऐसे में अगर सरकारी स्कूलों के पढ़ने वाले बच्चों के व्हाट्सएप ग्रुप में इस तरह के मैसेज को फॉरवर्ड किया जा रहा है. साथ ही वीडियो के माध्यम से भी बताया जा रहा है कि इस सर्वे में किस तरह ऑप्शन को चुना जाए.
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स्वच्छ सर्वेक्षण में चंडीगढ़ का रैंक: बता दें कि 2022 में सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में रहन सहन को लेकर मापदंडों के बीच सबसे बड़ी रिकवरी नागरिकों की आवाज पैरामीटर के माध्यम से आई, जहां चंडीगढ़ को 76% से 96% तक की छलांग लगाई थी. स्वच्छता अपशिष्ट प्रबंधन को बनाए रखने के बारे में जागरूकता पैदा करने का काम किया जा है. चंडीगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग और चंडीगढ़ के प्रतिनिधियों ने 24 जुलाई 2023 से एक सप्ताह के लिए में यूटी चंडीगढ़ के सभी स्कूलों का दौरा किया. इस जागरूकता अभियान का प्राथमिक लक्ष्य स्वच्छ स्कूल, स्वच्छ पड़ोस, स्वच्छ बाजार क्षेत्र, अपशिष्ट प्लास्टिक, अपशिष्ट प्रबंधन आदि के महत्व के बारे में शिक्षित करना और सर्वेक्षण में भाग लेना है. इस दौरान लोगों को बताया गया कि जिम्मेदार नागरिक के रूप में 2023 ऑनलाइन सर्वेक्षण करवाया जा रहा है, जहां सभी को भाग लेने को कहा जा रहा है. इसके अलावा दूसरों को भी सर्वेक्षण में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा गया है.
स्वच्छ सर्वेक्षण में स्कूलों को भी शामिल किया गया है. लेकिन, किसी भी शिक्षक को इस तरह का कोई आदेश नहीं है कि वे छात्रों को और उनके अभिभावकों को किसी भी तरह का सर्वे भरने के लिए उकसाए. शहर के हर सिटीजन को हक है कि वह अपनी मर्जी से इस सर्वे में हिस्सा ले सकता है. जो शिक्षक किसी भी कक्षा के छात्रों के सर्वे के हिस्सा लेना की लिए उकसाती है, उस पर जांच की जाएगी. - हरसुहिंदर पाल सिंह बराड़, चंडीगढ़ शिक्षा विभाग के निदेशक