चंडीगढ़: किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री के बीच जुबानी जंग छिड़ चुकी है. दोनों ही नेता लगातार एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं. अब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सीएम खट्टर के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें वो ये कह रहे हैं कि अगर कोरोना वायरस के कारण हरियाणा में स्थिति बिगड़ी तो उसके लिए पंजाब सरकार जिम्मेदारी होगी.
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If he (Haryana CM) was so concerned about farmers spreading COVID in Haryana whose track record in the pandemic remains extremely poor, he should not have stopped them within the State, but should have allowed them to move quickly to Delhi: Punjab CM Captain Amarinder Singh https://t.co/L5oySr8Hl7 pic.twitter.com/p7pVCM7pAp
— ANI (@ANI) November 29, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) November 29, 2020If he (Haryana CM) was so concerned about farmers spreading COVID in Haryana whose track record in the pandemic remains extremely poor, he should not have stopped them within the State, but should have allowed them to move quickly to Delhi: Punjab CM Captain Amarinder Singh https://t.co/L5oySr8Hl7 pic.twitter.com/p7pVCM7pAp
— ANI (@ANI) November 29, 2020
कैप्टन अमरिंदर ने कहा है कि अगर हरियाणा के मुख्यमंत्री कोरोना फैसले से चिंतित थे तो उन्हें किसानों को हरियाणा में नहीं रोकना चाहिए था. बल्कि उन्हें जल्दी दिल्ली जाने की अनुमति दे देनी चाहिए थी. इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना महामारी में हरियाणा का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब है.
पहले फोन कॉल पर हुआ विवाद
किसान आंदोलन के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह और मनोहर लाल के बीच फोन कॉल को लेकर भी बयानबाजी हुई. दरअसल, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि किसानों को लेकर हमने पंजाब के मुख्यमंत्री से कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
इस पर कैप्टन ने कहा कि मनोहर लाल झूठ बोल रहे हैं कि उन्होंने कई बार मेरे साथ बात करने की कोशिश की और मैंने जवाब नहीं दिया. मैं जब किसानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री के साथ कई बार बात कर सकता हूं तो अपने पड़ोसी मुख्यमंत्री के साथ बात करने से पीछे क्यों हटता. उन्होंने मेरे किसानों के साथ जो कुछ किया है, अब मुझे उनसे बिल्कुल भी बात नहीं करनी. चाहे 10 बार कोशिश करके देख लें. मेरा मनोहर लाल के साथ बात करने का कोई मतलब नहीं बनता
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