दिल्ली/चंडीगढ़: कोरोना से पैदा हुए आर्थिक संकट को देखते हुए हरियाणा सरकार ने नए कर्मचारियों की भर्ती पर एक साल के लिए रोक लगा दी है. हरियाणा सरकार के इस फैसले का विरोध ना सिर्फ कर्मचारी कर रहे हैं बल्कि अब इस पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी है. पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी सरकार के इस फैसला का विरोध किया है.
हरियाणा सरकार के फैसले की निंदा करते हुए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ऐसे वक्त में जब कई लोग बेरोजगार हुए हैं, जब लोगों के पास खाने के लिए रोटी नही हैं. उस वक्त सरकार को नए नौकरियों के साधन लाने की जरूरत है, लेकिन सरकार ने भर्तियों पर ही रोक लगा दी है. हुड्डा ने कहा आज रोजगार देने की जरूरत है, रोजगार बंद करने की जरूरत नहीं है.
इसके साथ ही भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ये वक्त बेहद मुश्किल है. सभी को मिलकर कोरोना से लड़ना है. उन्होंने लोगों से भी सरकार और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की. हुड्डा ने कहा कि इस वक्त सभी को एक दूसरे की मदद करनी होगी, ताकि एक दूसरे की मुश्किल को कम किया जा सके.
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बता दें कि हरियाणा में नए कर्मचारियों की भर्ती पर एक साल के लिए रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही हरियाणा सरकार ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों को एलटीसी की सुविधा भी बंद कर दी है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ये ऐलान सोमवार को किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के कारण सरकार खर्चों में कटौती कर रही है. इसके साथ ही कर्मचारियों की एलटीसी डीए और एरियर पर भी रोक लगा दी गई है.