चंडीगढ़: हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है. सरकार (CM Manohar Lal) द्वारा मंत्री पर लगे आरोपों की जांच का मामला एसआईटी को सौंपने पर विपक्ष द्वारा बार बार सवाल उठाए जा रहे हैं. विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) ने इस मामले को लेकर गुरुवार को सरकार की मंशा पर एक बार फिर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जब तक एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है, तब तक निष्पक्ष जांच संभव नहीं है.
विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार की विभिन्न योजनाओं पर चर्चा के दौरान सेक्टर-7 में यह बात कही. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अपनी छवि को साफ रखने के लिए मंत्री का बचाव कर रही है. यही कारण है कि सरकार ने किसी स्वतंत्र संस्थान से जांच कराने की बजाय मामला एसआईटी को सौंप दिया है. उन्होंने कहा कि अगर नैतिकता की बात की जाए तो मंत्री संदीप सिंह को पहले दिन ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, जब यह मामला सामने आया था.
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इस दौरान भूपेंद्र सिंह ने जांच एजेंसी पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस जांच एजेंसी ने आज तक सरकार के पक्ष में ही रिपोर्ट पेश की है. कई मामलों में तो एसआईटी की जांच सिरे ही नहीं चढ़ पाई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान जब मंत्रियों पर कोई आरोप लगाए गए या उनका नाम किसी गंभीर अपराध में सामने आया है, तो उन्होंने भी इस्तीफा लिया था. ऐसे में हरियाणा सरकार द्वारा जो एसआईटी बनाई गई है, वह मामले को दबाने के लिए ही बनाई गई है. एसआईटी द्वारा सिर्फ मामले को लंबा खींचा जाएगा, समय पूरा होने पर इस मामले को सरकार द्वारा दबा दिया जाएगा.
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