चंडीगढ़: कृषि बिल का विरोध संसद के बाद अब सड़कों पर जोर पकड़ने लगा है. कृषि अध्यादेश को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने कल यानि 25 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया है. इस ऐलान के बाद हरियाणा सरकार ने सुरक्षा के सारे इंतजार पूरे कर लिए हैं. भारत बंद को लेकर पुलिस ने सभी इंतजाम मुकम्मल कर लिए हैं.
चंडीगढ़ में हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि आंदोलन को लेकर प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा. साथ ही आम आदमी को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी. किसानों के आंदोलन पर विज ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को आंदोलन करने का अधिकार है.
किसान अपना आंदोलन करे कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा कि तीन कृषि अध्यादेश को लेकर किसान पूरी तरीके से समझ गए हैं कि ये कानून उनके हक और हित में है. अनिल विज ने कहा कि आंदोलन में शामिल होने से पहले किसानों को संबंधित जिला उपायुक्त से की मंजूरी लेनी होगी और बताना होगा कि कौन आंदोलन का नेता होगा. इस आंदोलन में और कौन-कौन लोग इसमें शामिल होंगे. ये सब कुछ जिला उपायुक्त को बताना होगा, लेकिन किसी भी बाहरी राज्य के लोगों को प्रदेश में आकर प्रदर्शन नहीं करने दिया जाएगा.
बता दें कि शुक्रवार को कृषि अध्यादेश को लेकर होने वाले किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर गृह मंत्रालय ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. प्रदर्शन को लेकर गृह मंत्रालय ने यह साफ कर दिया है कि किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा.
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गौरतलब है कि कृषि अध्यादेश के विरोध में किसान संगठनों ने 20 सितंबर को हरियाणा के सभी हाईवे को जाम किया था और कहा थी यदि मांगे नहीं मानी गई तो भारत बंद भी किया जाएगा. इस बंद को विपक्षी पार्टियां भी समर्थन कर रही है. भारत बंद का ऐलान भारतीय किसान यूनियन गुरनाम सिंह चढूनी ने किया था.