चंडीगढ़: बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे हैं. दिल्ली में आज जेपी नड्डा की ताजपोशी होने जा रही है. जेपी नड्डा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि आज बहुत बड़ा दिन है. उनके साथ काम करने का उन्हें मौका मिला था, जब वो युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे.
साथ ही विज ने कहा कि उनकी कार्यशैली को नजदीक से देखने का भी मौका मिला था. उनमें पार्टी की तरक्की के लिए अच्छा काम करने की क्षमता है और पार्टी उन की अध्यक्षता में अच्छा काम करेगी.
जेपी नड्डा का सफर
छात्र राजनीति से शुरुआत
नड्डा ने राजनीति में शुरूआत छात्र राजनीति से की थी. संगठन में उनका दशकों पुराना अनुभव, आरएसएस से उनकी नजदीकी और स्वच्छ छवि उनकी ताकत है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता राधामोहन सिंह पार्टी के संगठन चुनाव प्रक्रिया के प्रभारी हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन पत्र 20 जनवरी को दाखिल किए जाएंगे और जरूरी होने पर अगले दिन चुनाव होगा. बीजेपी में अध्यक्ष आम सहमति से और बिना किसी मुकाबले के चुने जाने की परंपरा रही है और इसकी कम ही संभावना है कि इस बार भी उस परंपरा से कुछ अलग हटकर होगा.
शाह का कार्यकाल
नये अध्यक्ष के चुनाव के साथ ही पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष अमित शाह का साढ़े पांच वर्ष से अधिक का कार्यकाल भी समाप्त हो जाएगा, जिस दौरान बीजेपी ने देशभर में अपने आधार का विस्तार किया. शाह का कार्यकाल बीजेप के लिये चुनावों के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ काल था, हालांकि पार्टी को कुछ राज्य विधानसभा चुनावों में झटके भी लगे. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में शाह के गृहमंत्री बनने के बाद बीजेपी ने उनका उत्तराधिकारी चुनने की कवायद शुरू कर दी थी क्योंकि पार्टी में एक व्यक्ति, एक पद की परंपरा रही है.
जुलाई में बने थे कार्यकारी अध्यक्ष
नड्डा को गत वर्ष जुलाई में कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. यह इस बात का संकेत था कि हिमाचल प्रदेश से बीजेपी के नेता संगठन के शीर्ष पद के लिए संभावित पसंद हैं.
ये भी पढे़ं:- जेपी नड्डा जल्द बन सकते हैं भाजपा अध्यक्ष, अभी हैं कार्यकारी अध्यक्ष
लोकसभा चुनाव में थे यूपी के प्रभारी
नड्डा 2019 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में बीजेपी के चुनाव अभियान के प्रभारी थे, जहां पार्टी को सपा और बसपा के महागठबंधन से कड़ी चुनौती थी.
यूपी में दिलाईं 62 सीट
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटों में से 62 पर जीत दर्ज की. आम चुनावों में भाजपा के लिए महत्वपूर्ण राज्य संभालने के अलावा नड्डा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री भी थे. वह संसदीय बोर्ड के एक सदस्य रहे हैं, जो कि पार्टी का निर्णय लेने वाला शीर्ष निकाय है