चंडीगढ़: हरियाणा में डीएपी खाद की कमी (DAP fertilizer shortage in Haryana) से किसानों की चिंताए बढ़ने लगी हैं. सोमवार को भिवानी में सैकड़ों किसानों ने डीएपी खाद को लेकर घंटों इंतजार किया. खबर है कि किसान केंद्र के बाहर किसानों ने घंटों इंताजर किया इसके बाद भी उन्हें डीएपी खाद नहीं मिली. इस बारे में हमारे संवाददाता विजय राणा ने कृषि मंत्री जेपी दलाल (JP Dalal Agriculture Minister Haryana) से खास बातचीत की. ईटीवी भारत से बातचीत में कृषि मंत्री जेपी दलाल (JP Dalal Agriculture Minister Haryana) ने कहा कि डीएपी खाद की कमी मात्र एक अफवाह है.
सरकार विरोधी लोग सोशल मीडिया के जरिए इन अफवाहों को फैलाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदेश के किसानों को 8 से 10 लाख डीएपी खाद की बोरियां पहुंचाई जा चुकी हैं. इसके अलावा करीब 8 लाख बोरियां स्टॉक में रखी हुई हैं. हर दूसरे दिन प्रदेश में डीएपी खाद की सप्लाई हो रही है. प्रदेश में डीएपी खाद की कोई कमी नहीं है. कृषि मंत्री ने कहा कि अभी खेतों में खाद डालने की जरूरत नहीं है. क्योंकि अभी तक गेहूं और सरसों की बुवाई शुरू नहीं हुई है. जब तक बुवाई शुरू होगी तब तक खाद की मात्रा को पूरा कर लिया.
इसके इसके साथ ही कृषि मंत्री ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि जब वो सरसों की बुवाई करें तो उसमें डीएपी की जगह सुपर फास्फेट और एनपीके का मिश्रण का इस्तेमाल करें. ये किसानों के लिए सस्ता है और तेल वाली फसलों के लिए ज्यादा फायदेमंद है.
उन्होंने कहा कि सरकार डीएपी खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए भी काम कर रही है. जिसके लिए अधिकारियों को ये निर्देश दिए गए हैं कि जिन भी केंद्रों पर डीएपी की बिक्री की जा रही है, वहां पर नियमित तौर पर जाकर स्टॉक की जांच करें और जहां पर अनियमितताएं पाई जाएंगी वहां पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. धान खरीद पर भी कृषि मंत्री ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी मंडियां सुचारू रूप से चल रही हैं. धान के उठान में थोड़ा विलंब जरूर हुआ है, क्योंकि बेमौसमी बारिश की वजह से धान में नमी की मात्रा बढ़ गई है. इसलिए किसान भाई फसल को सुखाकर मंडियों में लाएं ताकि उनकी फसलों का तुरंत उठान हो सके.
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उन्होंने कहा कि इस बार धान की अच्छी आवक हो रही है और करीब 15% ज्यादा धान मंडी में पहुंचने की उम्मीद है. कृषि मंत्री ने कहा कि मंडियों को तब तक चलाया जाएगा जब तक सभी किसानों की धान का उठान नहीं हो जाता. कृषि मंत्री ने ऐलनाबाद चुनाव को लेकर कहा कि भाजपा ने नए उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. चुनाव आने पर बहुत से लोग राजनीतिक पार्टियां छोड़ते हैं और बहुत से लोग पार्टियों में आते हैं. ये एक सामान्य प्रक्रिया है. सभी पार्टियों में ऐसा होता है.