चंडीगढ़ : हरियाणा डीएपी खाद की किल्लत (DAP Fertilizer Crisis) के बीच कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल (Agriculture Minister JP Dalal In Chandigarh) ने बुधवार को खाद के वितरण और धान की खरीद को लेकर एक प्रेस कान्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि राज्य के अंदर डीएपी खाद की कोई कमी नहीं है और ना ही इसकी कमी होने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि रबी फसल के सीजन के लिए हमारे 2021-22 के आंकड़े के मुताबिक 11 लाख मिट्रिक टन यूरिया की खाद की जरूरत है. उन्होंने कहा कि 1 अक्टूबर को हमारे पास एक लाख 36 हजार से मिट्रिक टन से अधिक खाद हमारे पास थी. इस महीने 22 अक्टूबर तक हमारे पास 1 लाख 23 हजार मिट्रिक टन से अधिक खाद और आ चुका है.
उन्होंने कहा कि दोनों मिलाकर हमारे पास दो लाख 60 हजार मिट्रिक टन से अधिक आज हमारे पास उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि अभी तक कुल बिक्री 90 हजार मिट्रिक टन से अधिक की हुई है. उन्होंने कहा कि पिछले साल इस वक्त में करीब 66 हजार मिट्रिक टन अधिक यूरिया की बिक्री हुई थी. यानी कि 3 साल की अवधि के मुकाबले इस बार 40% अधिक यूरिया बिका है. ऐसे में अभी हमारे पास 1 लाख 70 हजार मीट्रिक टन से अधिक यूरिया उपलब्ध है.उन्होंने कहा कि पिछली बात पूरे सीजन में इस साल 2 लाख 86 हजार मिट्रिक टन यूरिया की खाद की बिक्री हुई थी. अगर सरसों के दाम अच्छे मिल रहे हैं और लोग इस बार ज्यादा सरसों भेजेंगे तो हमें 3 लाख मिट्रिक टन के करीब यूरिया के खाद की जरूरत पड़ेगी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसी भी तरह से डीएपी खाद की कमी किसानों को नहीं होने देगी.
उन्होंने कहा कि आंकड़े खुद बता रहे हैं कि हरियाणा में पिछले साल के मुकाबले इस बार ज्यादा डीएपी खाद अभी तक दी जा चुकी है और सरकार किसानों के सामने इसकी कमी नहीं होने देगी. किसानों को हर तरह की खाद उपलब्ध करवाई जाएगी. डीएपी और यूरिया की कालाबाज़ारी रोकने के लिए हमारी सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं. दलाल ने कहा कि पड़ोसी प्रदेश ने यूरिया की कालाबाज़ारी है, उसे रोकने के लिए लाइन में लगाकर ज़रूरत के मुताबिक ही खाद दिया गया. कालाबाज़ारी रोकने की कोशिश में ये कदम उठाए हैं. कालाबाज़ारी करने वाले लोग शॉर्टेज दिखाकर कालाबाज़ारी करना चाहते थे, लेकिन हम कामयाब नहीं होने देंगे.
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