चंडीगढ़: कोरोना महामारी के दौरान कई अभिभावक हैं, जिनकी नौकरियां चली गईं और उनके रोजगार के साधन भी बंद हो गए. ये लोग कोरोना की वजह से काफी परेशान थे. इन लोगों को राहत देने के लिए इस संकट की घड़ी में चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने एक सराहनीय कदम उठाया है.
चंडीगढ़ शिक्षा विभाग की ओर से 9वीं और 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों की 6 महीने की फीस माफ की गई है. शिक्षा विभाग के इस फैसले के बाद बच्चों के माता-पिता का मनोबल बढ़ेगा और उनके बच्चों की भी पढ़ाई नहीं रुकेगी.
प्राइवेट स्कूलों में मोटी फीस ना भर पाने की वजह से पेरेंट्स अब सरकारी स्कूलों का रुख कर रहे हैं और अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करा रहे हैं. उन बच्चों को शिक्षा विभाग की ओर से एडमिशन दिया जा रहा है. इस पर जिला शिक्षा अधिकारी हरबीर सिंह का कहना है कि सभी बच्चों को सरकारी स्कूलों में एडजस्ट करेंगे, ताकि कोई बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे.
ये भी पढ़ें:-इस विदेशी तकनीक से मछली पालन कर रहे किसान, परंपरागत खेती से दोगुना मुनाफा
बता दें कि, बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने की पेरेंट्स में होड़ थी, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान वो पेरेंट्स हताश और निराश हैं. कई पेरेंट्स से उनका रोजगार तक छीन गया. ऐसे में एजुकेशन डिपार्टमेंट का ये सराहनीय कदम है. जिससे कोई भी बच्चा शिक्षा के अधिकार से वंचित नहीं रहेगा.