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प्रदेश में बंद होंगे 1026 प्राइमरी स्कूल, बच्चों की कम संख्या को बताया जा रहा कारण

शिक्षा मंत्री का कहना है कि स्कूलों में छात्रों की संख्या कम होने के चलते इसको चलाते रहने का कोई औचित्य नहीं रह गया है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि स्कूलों में छात्रों की संख्या कम क्यों है. अगर स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं और शिक्षक की ही कमी रहेगी तो कैसे कोई अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजेगा.

kawar pal gujjar
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Published : Jan 30, 2020, 11:58 AM IST

चंडीगढ़ः प्रदेश सरकार 1026 स्कूलों को बंद करनेकी तैयारी में है. इस का मुख्य कारण सरकारी स्कूलों में बच्चे की संख्या का लगातार कम होना बताया गया है. अगले सत्र से इन प्राइमरी स्कूलों को बंद करने की तैयारी कर ली गई है, शिक्षा विभाग की ओर से इसे लेकर सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट भी मांगी गई है.

स्कूलों में 25 से कम है छात्रों की संख्या
इस विषय में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि जिस स्कूल में 25 से कम विद्यार्थी हैं उन स्कूलों को बंद किया जाएगा, क्योंकि ऐसे स्कूलों का कोई औचित्य नहीं जिसमें इतनी कम संख्या में विद्यार्थी हो. उन्होंने बताया कि कई ऐसे स्कूल हैं, जिनमें 5 से भी कम संख्या के विद्यार्थी हैं, इन स्कूलों के बच्चों को साथ लगते गांव या कस्बों के स्कूलों के साथ अटैच किया जाएगा, जिससे उनकी शिक्षा में किसी तरह की कोई समस्या उत्पन्न ना हो.

प्रदेश में बंद होंगे 1026 प्राइमरी स्कूल, बच्चों की कम संख्या को बताया जा रहा कारण

महेंद्रगढ़ जिले में बंद होंगे सबसे ज्यादा स्कूल
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के 22 जिलो में 1026 स्कूल बंद होंगे.सबसे ज्यादा 122 स्कूल प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के गृह जिले महेंद्रगढ़ में बंद करने की तैयारी है. वहीं सबसे कम 2 स्कूल नूंह जिले में बंद किए जाएंगे.

बंद होने के कगार पर सरकारी स्कूल
जिला बंद होने वाले स्कूलों की संख्या
महेंद्रगढ़ 122
रेवाड़ी 110
यमुनानगर 104
कुरुक्षेत्र 96
भिवानी 72
अंबाला 57
पंचकूला 57
चरखी दादरी 56
सिरसा 50
झज्जर 48
गुरुग्राम 41
फतेहाबाद 38
हिसार 38
करनाल 31
कैथल 30
सोनीपत 26
जींद 12
पलवल 12
पानीपत 9
फरीदाबाद 8
रोहतक 7
नूंह 2

इन स्कूलों 79 स्कूल ऐसे हैं जिनमें बच्चों की संख्या 5 या उससे कम हैं.

5 या उससे कम बच्चों वाले स्कूल
जिला स्कूलों की संख्या
भिवानी 9
चरखी दादरी 7
फरीदाबाद, जींद, पलवल, पंचकूला 1-1
गुरुग्राम, हिसार, सोनीपत, झज्जर, कैथल 3-3
करनाल 4
कुरुक्षेत्र 10
महेंद्रगढ़ 16
रेवाड़ी 6
सिरसा, यमुनानगर 4 - 4

धरे रह गए सरकार के दावे !
मौजूदा शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर कह रहे हैं कि स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है. ऐसे में ऐसे स्कूलों को चलाने का कोई औचित्य नहीं है.लेकिन शायद वो अपनी ही सरकार के पहले कार्यकाल के दावों को भूल गए हैं. जिसमें पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा कहते थे कि वो सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर ऐसा बना देंगे कि अभिभावक प्राइवेट स्कूलों से बच्चों को निकालकर उन्हें सरकारी स्कूलों में भेजेंगे. लेकिन मौजूदा शिक्षा मंत्री के बातों से लगता है कि सरकार के दावें बस दावें ही रह गए.

वहीं इस मामले में अब प्रदेश के जेबीटी टीचर सामने आए हैं और उन्होंने सरकार से कहा है कि वो अभिभावकों को जागरुक करेंगे ताकि वो अपने बच्चों को इन सरकारी स्कूलों में भेजे और स्कूलों को बंद होने से बचाया जा सके.

ये भी पढ़ेंः- फतेहाबादः जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने सरकारी स्कूलों बंद होने का ठीकरा अभिभावकों के सिर पर फोड़ा

चंडीगढ़ः प्रदेश सरकार 1026 स्कूलों को बंद करनेकी तैयारी में है. इस का मुख्य कारण सरकारी स्कूलों में बच्चे की संख्या का लगातार कम होना बताया गया है. अगले सत्र से इन प्राइमरी स्कूलों को बंद करने की तैयारी कर ली गई है, शिक्षा विभाग की ओर से इसे लेकर सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट भी मांगी गई है.

स्कूलों में 25 से कम है छात्रों की संख्या
इस विषय में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि जिस स्कूल में 25 से कम विद्यार्थी हैं उन स्कूलों को बंद किया जाएगा, क्योंकि ऐसे स्कूलों का कोई औचित्य नहीं जिसमें इतनी कम संख्या में विद्यार्थी हो. उन्होंने बताया कि कई ऐसे स्कूल हैं, जिनमें 5 से भी कम संख्या के विद्यार्थी हैं, इन स्कूलों के बच्चों को साथ लगते गांव या कस्बों के स्कूलों के साथ अटैच किया जाएगा, जिससे उनकी शिक्षा में किसी तरह की कोई समस्या उत्पन्न ना हो.

प्रदेश में बंद होंगे 1026 प्राइमरी स्कूल, बच्चों की कम संख्या को बताया जा रहा कारण

महेंद्रगढ़ जिले में बंद होंगे सबसे ज्यादा स्कूल
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के 22 जिलो में 1026 स्कूल बंद होंगे.सबसे ज्यादा 122 स्कूल प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के गृह जिले महेंद्रगढ़ में बंद करने की तैयारी है. वहीं सबसे कम 2 स्कूल नूंह जिले में बंद किए जाएंगे.

बंद होने के कगार पर सरकारी स्कूल
जिला बंद होने वाले स्कूलों की संख्या
महेंद्रगढ़ 122
रेवाड़ी 110
यमुनानगर 104
कुरुक्षेत्र 96
भिवानी 72
अंबाला 57
पंचकूला 57
चरखी दादरी 56
सिरसा 50
झज्जर 48
गुरुग्राम 41
फतेहाबाद 38
हिसार 38
करनाल 31
कैथल 30
सोनीपत 26
जींद 12
पलवल 12
पानीपत 9
फरीदाबाद 8
रोहतक 7
नूंह 2

इन स्कूलों 79 स्कूल ऐसे हैं जिनमें बच्चों की संख्या 5 या उससे कम हैं.

5 या उससे कम बच्चों वाले स्कूल
जिला स्कूलों की संख्या
भिवानी 9
चरखी दादरी 7
फरीदाबाद, जींद, पलवल, पंचकूला 1-1
गुरुग्राम, हिसार, सोनीपत, झज्जर, कैथल 3-3
करनाल 4
कुरुक्षेत्र 10
महेंद्रगढ़ 16
रेवाड़ी 6
सिरसा, यमुनानगर 4 - 4

धरे रह गए सरकार के दावे !
मौजूदा शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर कह रहे हैं कि स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है. ऐसे में ऐसे स्कूलों को चलाने का कोई औचित्य नहीं है.लेकिन शायद वो अपनी ही सरकार के पहले कार्यकाल के दावों को भूल गए हैं. जिसमें पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा कहते थे कि वो सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर ऐसा बना देंगे कि अभिभावक प्राइवेट स्कूलों से बच्चों को निकालकर उन्हें सरकारी स्कूलों में भेजेंगे. लेकिन मौजूदा शिक्षा मंत्री के बातों से लगता है कि सरकार के दावें बस दावें ही रह गए.

वहीं इस मामले में अब प्रदेश के जेबीटी टीचर सामने आए हैं और उन्होंने सरकार से कहा है कि वो अभिभावकों को जागरुक करेंगे ताकि वो अपने बच्चों को इन सरकारी स्कूलों में भेजे और स्कूलों को बंद होने से बचाया जा सके.

ये भी पढ़ेंः- फतेहाबादः जेजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने सरकारी स्कूलों बंद होने का ठीकरा अभिभावकों के सिर पर फोड़ा

Intro:चंडीगढ, प्रदेश सरकार 1026 स्कूलों को बंद करनेकी तैयारी में है । इस का मुख्य कारण सरकारी स्कूलों में बच्चे की संख्या लगातार कम होना बताया गया है । अगले सत्र से इन प्राइमरी स्कूलों को बंद करने की तैयारी कर ली है शिक्षा विभाग की ओर से इसे लेकर सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट भी मांगी गई है ।




Body:इस विषय में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि जिस स्कूल में 25 से कम विद्यार्थी हैं उन स्कूलों को बंद किया जाएगा क्योंकि ऐसे स्कूलों का कोई औचित्य नहीं जिसमें इतनी कम संख्या में विद्यार्थी हो । उन्होंने बताया कि ऐसे कई स्कूल हैं जिनमें 5 से भी कम संख्या के विद्यार्थी हैं, इन स्कूलों के बच्चों को साथ लगते गांव या कस्बों के स्कूलों के साथ अटैच किया जाएगा जिससे उनकी शिक्षा में किसी तरह की कोई समस्या उत्पन्न ना हो ।


Conclusion:
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के बाइस जिलो में 1026 स्कूल बंद होंगे वह इस प्रकार हैं, सब से ज्यादा महेंद्रगढ़ जिले में 122 वह सबसे कम नूह में दो स्कूल बंद किए जाएंगे।

महेंद्रगढ़ 122
रेवाड़ी 110
यमुनानगर 104
कुरुक्षेत्र 96
भिवानी 72
अंबाला 57
पंचकूला 57
चरखी दादरी 56
सरसा 50
झज्जर 48
गुडगांव 41
फतेहाबाद 38
हिसार 38
करनाल 31
कैथल 30
सोनीपत 26
जींद 12
पलवल 12
पानीपत 9
फरीदाबाद 8
रोहतक 7
नूह 2

79 स्कूलों में 5 या इससे कम संख्या में हैं बच्चे

भिवानी 9
चरखी दादरी 7
फरीदाबाद , जींद, पलवल , पंचकूला में एक एक
गुड़गांव ,हिसार, सोनीपत ,झज्जर ,कैथल में 3 - 3
करनाल 4
कुरुक्षेत्र 10
महेंद्रगढ़ 16
रेवाड़ी 6
सिरसा वह यमुनानगर में 4 4 स्कूल शामिल है।
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