दुनिया में पैरा ओलंपिक में झंडे गाड़ चुकी चैंपियन दीपा मलिक अब राजनीति में अपनी किस्मत चमकाने जा रही है. पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला दीपा को बीजेपी की सदस्यता दिलाएंगे. बता दें कि दीपा मलिक पैरालंपिक की मशहूर खिलाड़ी हैं और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित भी की जा चुकी हैं.
कौन हैं दीपा मलिक ?
- दीप मलिक शॉटपुट एवं जेवलिन थ्रो के साथ-साथ तैराकी एवं मोटर रेसलिंग की खिलाड़ी हैं
- साल 2016 पैरालंपिक में दीपा मलिक ने शॉटपुट में रजत पदक जीतकर इतिहास रचा
- पैरालंपिक खेलों में उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए भारत सरकार ने उन्हें अर्जुन पुरस्कार प्रदान किया
- दीपा ने भारत की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 33 स्वर्ण और 4 रजत पदक जीते हैं
- वो भारत की एक ऐसी पहली महिला है जिसे हिमालय कार रैली में आमंत्रित किया गया
- तैराकी और स्पेशल बाइक सवारी में उन्हे दो बार लिम्का बूक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड मिला
- साल 2007 में उन्होंने ताइवान और 2008 में बर्लिन में जवेलिन थ्रो व तैराकी में भाग लेकर रजत एवं कांस्य पदक प्राप्त जीता
- रियो पैरालिंपिक खेल- 2016 में दीपा मलिक ने शॉट-पुट में रजत पदक जीता
- दीपा ने 4.61 मीटर तक गोला फ़ेंका और दूसरे स्थान पर रहीं
- पैरालिंपिक खेलों में मेडल जीतने वाली दीपा पहली भारतीय महिला बन गई हैं
- 30 साल की उम्र में तीन ट्यूमर सर्जरी करवाई है
- कॉमनवेल्थ गेम्स की टीम में भी दीपा मलिक चयनित की गई
- ट्यूमर की वजह से दीपा के 31 ऑपरेशन हुए थे
- दीपा के कमर से नीचे का हिस्सा लकवा से ग्रस्त है
- वह सेना के अधिकारी की पत्नी और दो बच्चों की मां हैं
- 17 साल पहले रीढ़ में ट्यूमर के कारण उनका चलना असंभव हो गया था
- गोला फेंक के अलावा दीपा ने भाला फेंक, तैराकी में भाग लिया था
- वह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में तैराकी में पदक जीत चुकी है
- भाला फेंक में उनके नाम पर एशियाई रिकॉर्ड है
- जबकि गोला फेंक और चक्का फेंक में उन्होंने 2011 में विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीते थे
- दीप का रजत पदक भारत का पैरालंपिक खेलों में तीसरा पदक है
- उनसे मरियप्पन थांगवेलु और वरुण सिंह भाटी ने पुरूषों की उंची कूद में क्रमश: स्वर्ण और कांस्य पदक जीते थे.