चंडीगढ़: 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की किरण खेर ने चंडीगढ़ में जीत का परचम लहराया था. हालांकि इस बार चुनाव में इस सीट पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. इस खास पेशकश में पढ़िए चंडीगढ़ लोकसभा सीट के बारे में-
इस वीडियो में देखिए चंडीगढ़ लोकसभा सीट के समीकरण. 2019 के उम्मीदवार -
- पवन बंसल - कांग्रेस
- किरण खेर - बीजेपी
- हरमोहन धवन - आप
चंडीगढ़ लोकसभा सीट में मतदाता
- पुरुष मतदाता - 3,33,621
- महिला मतदाता - 2,81,593
- कुल मतदाता - 6,15,214
मतदान तारीख- 19 मई 2019
चुनावी चरण- सातवां चरण
मतगणना- 23 मई 2019
चंडीगढ़ लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे
- किरण खेर बीजेपी जीत 191,362 वोट मिले
- पवन कुमार बंसल कांग्रेस हार 121,720 वोट मिले
- गुल पनाग आप तीसरा स्थान 108,679 वोट मिले
2014 का वोट प्रतिशत
- बीजेपी- 42.2%
- कांग्रेस- 26.8%
- आप- 23.9%
- बीएसपी- 3.5%
- अन्य- 3.6%
कब-कौन बना सांसद
- 1967 चांद गोयल भारतीय जनसंघ
- 1971 अमर नाथ विद्यालंकार कांग्रेस
- 1977 कृष्णकांत जनता पार्टी
- 1980 जगन्नाथ कौशल कांग्रेस
- 1984 जगन्नाथ कौशल कांग्रेस
- 1989 हरमोहन धवन जनता दल
- 1991 पवन कुमार बंसल कांग्रेस
- 1996 सत्यपाल जैन बीजेपी
- 1998 सत्य पाल जैन बीजेपी
- 1999 पवन कुमार बंसल कांग्रेस
- 2004 पवन कुमार बंसल कांग्रेस
- 2009 पवन कुमार बंसल कांग्रेस
- 2014 किरण खेर बीजेपी
चंडीगढ़ का इतिहास
चंडीगढ़ शहर अपने पंजाबी कल्चर के लिए मशहूर है. माना जाता है कि चंडीगढ़ का नाम 'चंडी का किला' से पड़ा है. यह नाम देवी दुर्गा के एक रूप चंडिका के कारण पड़ा है. 1952 में इस शहर की नींव रखी गई. चंडीगढ़ को फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बूजियर ने डिजाइन किया था. चंडीगढ़ की सीट पर पहली बार 1967 में लोकसभा चुनाव हुआ था. तब बीजेपी के चांद गोयल ने बाजी मारी थी. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में ही टक्कर होती आ रही है.
मौजूदा सांसद किरण खेर से पहले यहां से कांग्रेस के पवन कुमार बंसल सांसद थे. इस सीट पर बंसल 4 बार कांग्रेस का परचम लहरा चुके हैं. जिसमें उन्होंने 3 बार लगातार जीत दर्ज की है. चंडीगढ़ एक केंद्र शासित क्षेत्र है और साथ ही पंजाब व हरियाणा की राजधानी भी है. यहां सुखना लेक से लेकर रॉक गार्डन जैसे कई फेमस टूरस्टि प्लेस हैं. इस शहर ने कपिल देव से युवराज सिंह जैसे कई बड़े क्रिकेटर भी दिए हैं.
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हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में 19 मई को सातवें और आखिरी चरण में मतदान होना है. इस खास पेशकश के जरिए हम आपको हर सीट का लेखा-जोखा बता रहे हैं. इस रिपोर्ट में चंडीगढ़ लोकसभा सीट के बारे में बताया जाएगा.
चंडीगढ़: 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की किरण खेर ने चंडीगढ़ में जीत का परचम लहराया था. हालांकि इस बार चुनाव में इस सीट पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. इस खास पेशकश में पढ़िए चंडीगढ़ लोकसभा सीट के बारे में-
2019 के उम्मीदवार -
पवन बंसल - कांग्रेस
किरण खेर - बीजेपी
हरमोहन धवन - आप
चंडीगढ़ लोकसभा सीट में मतदाता
पुरुष मतदाता 333621
महिला मतदाता 281593
कुल मतदाता 615214
मतदान तारीख- 19 मई 2019
चुनावी चरण- सातवां चरण
मतगणना- 23 मई 2019
चंडीगढ़ लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे
किरण खेर बीजेपी जीत 191,362 वोट मिले
पवन कुमार बंसल कांग्रेस हार 121,720 वोट मिले
गुल पनाग आप तीसरा स्थान 108,679 वोट मिले
2014 का वोट प्रतिशत
बीजेपी- 42.2%
कांग्रेस- 26.8%
आप- 23.9%
बीएसपी- 3.5%
अन्य- 3.6%
कब-कौन बना सांसद
1967 चांद गोयल भारतीय जनसंघ
1971 अमर नाथ विद्यालंकार कांग्रेस
1977 कृष्णकांत जनता पार्टी
1980 जगन्नाथ कौशल कांग्रेस
1984 जगन्नाथ कौशल कांग्रेस
1989 हरमोहन धवन जनता दल
1991 पवन कुमार बंसल कांग्रेस
1996 सत्यपाल जैन बीजेपी
1998 सत्य पाल जैन बीजेपी
1999 पवन कुमार बंसल कांग्रेस
2004 पवन कुमार बंसल कांग्रेस
2009 पवन कुमार बंसल कांग्रेस
2014 किरण खेर बीजेपी
चंडीगढ़ का इतिहास
चंडीगढ़ शहर अपने पंजाबी कल्चर के लिए मशहूर है. माना जाता है कि चंडीगढ़ का नाम 'चंडी का किला' से पड़ा है. यह नाम देवी दुर्गा के एक रूप चंडिका के कारण पड़ा है. 1952 में इस शहर की नींव रखी गई. चंडीगढ़ को फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बूजियर ने डिजाइन किया था.
चंडीगढ़ की सीट पर पहली बार 1967 में लोकसभा चुनाव हुआ था. तब बीजेपी के चांद गोयल ने बाजी मारी थी. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में ही टक्कर होती आ रही है.
मौजूदा सांसद किरण खेर से पहले यहां से कांग्रेस के पवन कुमार बंसल सांसद थे. इस सीट पर बंसल 4 बार कांग्रेस का परचम लहरा चुके हैं. जिसमें उन्होंने 3 बार लगातार जीत दर्ज की है.
चंडीगढ़ एक केंद्र शासित क्षेत्र है और साथ ही पंजाब व हरियाणा की राजधानी भी है. यहां सुखना लेक से लेकर रॉक गार्डन जैसे कई फेमस टूरस्टि प्लेस हैं. इस शहर ने कपिल देव से युवराज सिंह जैसे कई बड़े क्रिकेटर भी दिए हैं.
Conclusion: