भिवानी: लॉकडाउन में जब लोग घरों के अंदर बंद थे और व्यापार से लेकर लोगों का सब कामधंधा ठप हो गया था, तब भी हरियाणा सरकार की गाड़ी (haryana lockdown ministers petrol spent) सात माह तक लगातार चलती रही. ना सिर्फ गाड़ियां चलती रही बल्कि नई गाड़ियां भी खरीदी गई. हरियाणा में 2021-22 वित्त वर्ष में मुख्यमंत्री के लिए 36 लाख 30 हजार 657 रुपये प्रति गाड़ी की कीमत की चार गाड़ियों की खरीद हुई. जबकि गृहमंत्री अनिल विज के लिए सबसे महंगी 65 लाख 75 हजार रुपये की मर्सडीज गाड़ी खरीदी गई.
विपक्ष के नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए भी सीएम की तर्ज पर 36 लाख 30 हजार 657 रुपये कीमत की एक गाड़ी खरीदी गई. लॉकडाउन में किसी का घर से बाहर निकलना व आना-जाना बंद था, तब भी मंत्रियों ने हजारों किलोमीटर का सफर तय कर डाला और लाखों का तेल फूंक दिया. ये खुलासा आरटीआई की जानकारी में हुआ है. स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार ने हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव से जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत 27 जुलाई को सूचना मांगी थी. जिसमें पूछा गया था कि हरियाणा सरकार के मंत्रियों, मुख्यमंत्री एवं अन्य वीआईपी लोगों के लिए कितनी गाड़ियां खरीदी गई हैं और जनवरी से जुलाई माह तक कितने किलोमीटर गाड़ियां चली और इनमें कितने रुपये का तेल खर्च आया है.
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इसका जवाब सरकार की तरफ से भेजा गया है. जिसमें मुख्यमंत्री के लिए चार गाड़ी, गृहमंत्री के लिए एक गाड़ी, डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, शिक्षा मंत्री कंवरपाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, बिजली मंत्री रणजीत सिंह, कृषि मंत्री जेपी दलाल, कॉआपरेटिव मंत्री बनवारी लाल, राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव, राज्यमंत्री कमलेश ढांडा, राज्यमंत्री अनूप धानक, राज्यमंत्री संदीप सिंह, विपक्ष के नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए एक-एक नई गाड़ी की खरीद की गई है.
इन गाड़ियों की खरीद हाल ही में नए वित्त वर्ष के दौरान दर्शायी गई है. अहम बात ये है कि सीएम से लेकर मंत्रियों व राज्यमंत्री की प्रत्येक गाड़ी 36 लाख 30 हजार 657 में खरीदी गई है, जबकि गृहमंत्री अनिल विज की एक गाड़ी 65 लाख 75 हजार में खरीद गई, जो सबसे महंगी है. वहीं जनवरी से जुलाई तक मुख्यमंत्री मनोहर लाल की गाड़ी 20 हजार 503 किलोमीटर चली. जिस पर दो लाख 18 हजार 114 रुपये का खर्च आया.
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इसी प्रकार परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा की गाड़ी 88 हजार 90 किलोमीटर चली जिस पर 8 लाख 58 हजार 527 रुपये का खर्च आया. विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता की गाड़ी 51 हजार 976 किलोमीटर चली जिस पर 5 लाख 63 हजार 572 रुपये का खर्च आया. गृहमंत्री अनिल विज की गाड़ी 54 हजार 260 किलोमीटर चली जिस पर 4 लाख 77 हजार 112 रुपये का खर्च आया. शिक्षा मंत्री कंवरपाल की गाड़ी 28 हजार 287 किलोमीटर चली जिस पर 8 लाख 79 हजार 540 रुपये का खर्च आया.
वहीं कृषि मंत्री जेपी दलाल की गाड़ी 27 हजार 980 किलोमीटर चली, जिस पर 2 लाख 96 हजार 968 रुपये का खर्च आया. राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव की गाड़ी 1 लाख 16 हजार 456 किलोमीटर चली, जिस पर 11 लाख 55 हजार 360 रुपये का खर्च आया. डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की गाड़ी 1 लाख 7 हजार 988 किलोमीटर चली जिस पर 10 लाख 99 हजार 656 रुपये का खर्च आया. मंत्री बनवारीलाल की गाड़ी 42 हजार 918 किलोमीटर चली, जिस पर 5 लाख 15 हजार 224 रुपये का खर्च आया.
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खेल राज्य मंत्री संदीप सिंह की गाड़ी 71 हजार 814 किलोमीटर चली जिस पर 8 लाख 22 हजार 918 रुपये का खर्च आया. बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला की गाड़ी 91 हजार 952 किलोमीटर चली जिस पर 9 लाख 5 हजार 905 रुपये का खर्च आया. राज्यमंत्री अनूप धानक की गाड़ी 83 हजार 624 किलोमीटर चली, जिस पर 8 लाख 27 हजार 800 रुपये का खर्च आया. राज्यमंत्री कमलेश ढांडा की गाड़ी 80 हजार 950 किलोमीटर चली, जिस पर 8 लाख 63 हजार 984 रुपये का खर्च आया और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की गाड़ी 27 हजार 351 किलोमीटर चली, जिस पर 3 लाख 29 हजार 617 रुपये का खर्च आया.