ETV Bharat / state

भिवानी जंक्शनः ऐसे कैसे मिलेगी लोगों को स्वचालित सीढ़ियों की सुविधा ?

करीब 1 करोड़ 84 लाख रुपए की लागत से बनने वाली स्वचालित सीढ़ियों के काम की जमीनी हकीकत यह है कि 1 महीने से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद भी अभी नींव भरने का काम भी ठीक से शुरू नहीं हो पाया है.

कछुुआ चाल से चल रहा स्वचालित सीढ़ियों का काम.
author img

By

Published : Apr 11, 2019, 1:58 PM IST

भिवानीः बीकानेर रेलवे मंडल में आने वाला भिवानी रेलवे जंक्शन रेलवे अधिकारियों की उपेक्षा और राजनेताओं की उदासीनता के चलते आज भी आधुनिक सुविधाओं से वंचित है. काफी कोशिशों के बाद जंक्शन पर स्वचालित सीढ़ियों का काम शुरू हुआ है, लेकिन वो भी कछुआ चाल से चल रहा है.


7 मार्च को सांसद धर्मबीर सिंह और विधायक घनश्याम सर्राफ ने स्वचालित सीढ़ियों के निर्माण के लिए भूमि पूजन करवाया था. उस समय दावा किया गया था कि अगले दो से ढाई महीने में स्वचालित सीढ़ियों की सुविधा यात्रियों को मिलने लगेगी.

लेकिन करीब 1 करोड़ 84 लाख रुपए की लागत से बनने वाली स्वचालित सीढ़ियों के काम की जमीनी हकीकत यह है कि 1 महीने से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद भी अभी नींव भरने का काम भी ठीक से शुरू नहीं हो पाया है.

क्लिक कर देखिए वीडियो.


सीढ़ियों के निर्माण में जुटे तकनीशियनों से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि इसके लिए 12 कॉलम बनाए जाएंगे. एक दिन में दो कॉलम भरे जाएंगे. ऐसे में नींव के कॉलम को भरने में कम से कम एक सप्ताह का समय तो लगेगा ही. इसके बाद ही आगे का काम शुरू हो पाएगा.

दूसरी सुविधाओं की बात करें तो पिछले पांच साल में वाया हिसार पांच नई रेलगाड़ियां अलग-अलग दिशाओं के लिए चली हैं. लेकिन भिवानी से केवल एक रेलगाड़ी चली, जो पहले तो हिसार से हरिद्वार के बीच सप्ताह में तीन दिन चली. बाद में उसे बीकानेर तक विस्तार दे दिया गया.

भिवानी से वाया रेवाड़ी-गुरुग्राम-दिल्ली के लिए भी एक गाड़ी की बहुत जरूरत महसूस की जाती है, क्योंकि यहां के बहुत से युवा आईटी हब कहे जाने वाले शहर गुरूग्राम जाते हैं. यदि सीधी रेलगाड़ी मिले तो वहां काम के लिए जाने वाले युवाओं और दूसरे लोगों को इसका लाभ जरूर मिलेगा. लेकिन लोगों की यह मांग भी उपेक्षा की शिकार है.

भिवानी जंक्शन पर यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय भी नहीं है. करीब 6 साल पहले जंक्शन पर प्रथम श्रेणी के प्रतीक्षालय को तोड़कर उसकी जगह पर पैनल बना दिया गया. जब भी बीकानेर मंडल के अधिकारी आते है तो प्रथम श्रेणी प्रतीक्षालय का मुद्दा उठता है तो एक ही जवाब मिलता है, जल्द कार्रवाई शुरू होगी. लेकिन काम कब शुरू होगा शायद किसी को पता नहीं.

भिवानीः बीकानेर रेलवे मंडल में आने वाला भिवानी रेलवे जंक्शन रेलवे अधिकारियों की उपेक्षा और राजनेताओं की उदासीनता के चलते आज भी आधुनिक सुविधाओं से वंचित है. काफी कोशिशों के बाद जंक्शन पर स्वचालित सीढ़ियों का काम शुरू हुआ है, लेकिन वो भी कछुआ चाल से चल रहा है.


7 मार्च को सांसद धर्मबीर सिंह और विधायक घनश्याम सर्राफ ने स्वचालित सीढ़ियों के निर्माण के लिए भूमि पूजन करवाया था. उस समय दावा किया गया था कि अगले दो से ढाई महीने में स्वचालित सीढ़ियों की सुविधा यात्रियों को मिलने लगेगी.

लेकिन करीब 1 करोड़ 84 लाख रुपए की लागत से बनने वाली स्वचालित सीढ़ियों के काम की जमीनी हकीकत यह है कि 1 महीने से ज्यादा का वक्त बीत जाने के बाद भी अभी नींव भरने का काम भी ठीक से शुरू नहीं हो पाया है.

क्लिक कर देखिए वीडियो.


सीढ़ियों के निर्माण में जुटे तकनीशियनों से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि इसके लिए 12 कॉलम बनाए जाएंगे. एक दिन में दो कॉलम भरे जाएंगे. ऐसे में नींव के कॉलम को भरने में कम से कम एक सप्ताह का समय तो लगेगा ही. इसके बाद ही आगे का काम शुरू हो पाएगा.

दूसरी सुविधाओं की बात करें तो पिछले पांच साल में वाया हिसार पांच नई रेलगाड़ियां अलग-अलग दिशाओं के लिए चली हैं. लेकिन भिवानी से केवल एक रेलगाड़ी चली, जो पहले तो हिसार से हरिद्वार के बीच सप्ताह में तीन दिन चली. बाद में उसे बीकानेर तक विस्तार दे दिया गया.

भिवानी से वाया रेवाड़ी-गुरुग्राम-दिल्ली के लिए भी एक गाड़ी की बहुत जरूरत महसूस की जाती है, क्योंकि यहां के बहुत से युवा आईटी हब कहे जाने वाले शहर गुरूग्राम जाते हैं. यदि सीधी रेलगाड़ी मिले तो वहां काम के लिए जाने वाले युवाओं और दूसरे लोगों को इसका लाभ जरूर मिलेगा. लेकिन लोगों की यह मांग भी उपेक्षा की शिकार है.

भिवानी जंक्शन पर यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय भी नहीं है. करीब 6 साल पहले जंक्शन पर प्रथम श्रेणी के प्रतीक्षालय को तोड़कर उसकी जगह पर पैनल बना दिया गया. जब भी बीकानेर मंडल के अधिकारी आते है तो प्रथम श्रेणी प्रतीक्षालय का मुद्दा उठता है तो एक ही जवाब मिलता है, जल्द कार्रवाई शुरू होगी. लेकिन काम कब शुरू होगा शायद किसी को पता नहीं.

sample description
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.