भिवानी: शनिवार को गांव निमड़ीवाली में 16 गांवों की पंचायत का आयोजन किया गया. पंचायत के दौरान किसानों ने पावर ग्रिड कारपोरेशन द्वारा उनकी जमीन पर लगाए जा रहे बिजली के टॉवर्स का उचित मुआवजा देने की मांग की है.
महापंचायत में बीजेपी सांसद धर्मबीर सिंह पहुंचे तो वहां उपस्थित किसानों ने जमकर उनका विरोध किया. विरोध के चलते सांसद धर्मबीर सिंह को बिना संबोधन किए ही वापस लौटना पड़ा. किसान नेता राकेश आर्य ने बताया कि किसान महापंचायत का आयोजन पंचायत प्रधान रामकिशन हालुवास और जयनारायण की अध्यक्षता में गांव नीमड़ीवाली के पंचायत घर में किया गया है.
महापंचायत में उपस्थित किसानों ने निर्णय लिया है की जब तक सरकार तीनों काले कानूनों को वापस नहीं लेती और किसानों की जमीन पर लगाए जा रहे बिजली के टावरों का उचित मुआवजा नहीं देती तब तक किसी भी बीजेपी और गठबंधन सरकार के नेता को गांव में नहीं आने दिया जाएगा.
प्रधान रामकिशन हलवासिया ने कहा कि किसानों की जमीन पर लगाए जा रहे बिजली के टावरों का पूरा मुआवजा दिया जाएगा. उसके बाद ही आगे का काम शुरू होने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने जबरदस्ती की तो 16 गांवों के किसान एकजुटता के साथ पावर ग्रिड और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने को मजबूर होंगे.
उन्होंने कहा कि नीमड़ीवाली, पहलादगढ़, ढाणा नरसान समेत एक दर्जन गांवों में लाईनों और तारों का जाल बिछ गया है और किसानों के पास जमीन नहीं बची. जिससे किसान बिना जमीन के हो गए हैं. किसानों पर 1,884 के नियम थोप कर उनकी जमनी हथियाई जा रही है. उन्होंने कहा कि वो ये जबरदस्ती को नहीं होने देंगे. किसानों की समस्याओं को लेकर शीघ्र ही चौगामा खाप की पंचायत का आयोजन किया जाएगा.
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भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान राकेश आर्य नीमड़ीवाली ने बिजली विभाग से मांग करते हुए कहा कि टावरों के 20 लाख रूपये और तारों के 15 लाख रूपये प्रति टावर, प्रति एकड़ के हिसाब से दिया जाए जिससे वो अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें.