भिवानी: नगर पालिका कर्मचारी संघ के बैनर तले गुरुवार को भिवानी में सफाई कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा. जिसमें पिछले वर्ष 29 अक्टूबर को हुई वार्ता में मानी गई मांगों को पूरा किए जाने की गुहार लगाई है. इस दौरान सफाई कर्मचारियों ने कहा कि प्रदेश सरकार बार-बार सफाई कर्मचारियों से वायदा खिलाफी करते हुए उनके सब्र का इंतेहान ले रही है. कर्मचारियों ने कहा कि सफाई कर्मचारियों के सब्र का बांध अब टूट गया है. जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे बड़ा संघर्ष करने को मजबूर होंगे.
इस मौके पर नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेश सचिव पुरुषोत्तम दानव ने कहा कि पालिका कर्मचारियों के लगातार आंदोलन के दबाव में प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष 29 अक्टूबर को मांगें पूरी किए जाने का आश्वासन दिया था. जिसके बाद मानी गई मांगों के कुछ पत्र भी जारी किए लेकिन पालिका, परिषद व निगम के अधिकारी इन पत्रों को लागू नहीं कर रहे हैं. जिसके चलते सफाई कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सफाई कर्मचारियों के साथ भेदभाव की नीति अपनाए हुए है. उनकी मांगों को माने जाने की बजाए, उन्हें आश्वासन पर आश्वासन दे रही है. उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजकर उन्हें उनका वायदा याद दिलाया है. यदि अब भी सफाई कर्मचारियों की मांगें नहीं मानी गई, तो वे प्रदेश स्तरीय आंदोलन करने पर मजबूर होंगे.
पुरुषोत्तम दानव ने कहा कि वे 8 फरवरी 2023 को जारी किए गए पत्र के अनुसार सफाई एवं सीवर मैन के रिक्त पदों पर नियमित नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही सफाई कर्मी न्यूनतम वेतन देने, ईएसआई व ईपीएफ का लाभ देने की मांग कर रहे हैं. सफाई कर्मियों की मांग है कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग किया जाए.
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ठेकों में लगे कर्मचारियों को विभाग में नियमित करने के साथ ही हटाए गए कर्मचारियों को बहाल करने की मांग कर रहे हैं. सफाईकर्मी क्षेत्रफल और आबादी के अनुपात में सफाई कर्मचारी व सीवर मैन की नियुक्ति की मांग कर रहे हैं. कर्मचारी प्रदेश सरकार से तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों व फायरमैन एवं ड्राइवरों के नए पद सृजित करने की मांग कर रहे हैं.
इस मौके पर सर्व कर्मचारी संघ के राज्य कोषाध्यक्ष मा. सुखदर्शन सरोहा ने कहा कि भाजपा की नीति हमेशा से कर्मचारी विरोधी रही है. इसीलिए भाजपा शासनकाल में हर विभाग का कर्मचारी सड़कों पर है और अपने हकों के लिए आवाज उठा रहा है. प्रदेश की भाजपा सरकार कर्मचारियों की बजाए पूंजीपतियों का हित साधने में लगी हुई है. उन्होंने कहा कि सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा सफाई कर्मचारियों के संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देगा.