भिवानी: स्थानीय पंचायत भवन में वीरवार को मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत चौथे दिन मेले का आयोजन किया गया. जिला परिषद सीईओ मनोज दलाल व डीडीपीओ रविन्द्र दलाल ने अन्य अधिकारियों के साथ मेले में स्टॉल पर जाकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. मेले में किसी ने बर्तन की दुकान, किसी ने कपड़े की दुकान तो किसी ने पशुपालन के लिए आवेदन किया. मेले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्थ चेकअप डेस्क भी लगाया गया.
सरकार के निर्देशों के अनुसार गरीब लोगों की आय बढ़ाने के लिए अंत्योदय परिवार उत्थान मेले का आयोजन किया जा रहा है. स्थानीय पंचायत भवन में एक मई से चार मई तक भिवानी खंड के ग्रामीण अंचल के लिए मेलों का आयोजन किया गया. अंतिम दिन वीरवार को भी बड़ी संख्या में लोग स्वरोजगार शुरू करने के लिए मेले में पहुंचे और विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जा रही योजनाओं की जानकारी ली.
वहीं, मेले में पहुंचे गांव धारेडू निवासी इंद्र सैन ने बताया कि प्रशासन द्वारा उनको अंत्योदय मेले की जानकारी दी गई. मेले में पहुंचने पर उसको व्यवसाय करने के बारे में विस्तार से समझाया. उन्होंने बताया कि फिलहाल वह गांव-गांव जाकर फेरी लगाकर बर्तन बेचने का कार्य करता है. लेकिन, मेले से मिली जानकारी के बाद वह अब अपनी बर्तन की दुकान खोलना चाहता है. उसके चार बच्चे हैं, जिनमें दो लड़की व दो लड़के हैं. घर का खर्च ज्यादा होने की वजह से वह बर्तन की दुकान खोलकर आय बढ़ाना चाहता है ताकि खुशहाल जीवन बीता सके.
गांव कलिंगा निवासी दीपक ने बताया कि वह फिलहाल कपड़े की दुकान पर कार्य करता है. परिवार के सही ढंग से पालन-पोषण के लिए वह चाहता है कि उसकी खुद की दुकान हो. इसलिए वह कपड़े की दुकान के लिए आर्थिक सहायता के लिए मेले में पहुंचा है. यहां पर अधिकारियों ने उनको दुकान खोलने से संबंधित सारी जानकारी बारीकी से बताई हैं.
ये भी पढ़ें: इन फसलों की खेती के लिए अच्छी है ये बरसात, किसान उठा सकते हैं फायदा
गांव बडेसरा निवासी धोली ने बताया कि अंत्योदय परिवार उत्थान मेले के बारे आंगनबाड़ी व सरपंच के माध्यम से पता लगा, जानकारी मिलने पर वह मेले में स्वरोजगार के लिए ऋण सहायता लेना चाहती है. उसने बताया कि 10 महीने पहले उसके पति की हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई थी. जिससे मजबूरन उसे मजदूरी करनी पड़ी. मजदूरी में घर का खर्चा बड़ी मुश्किल से निकलता है. इसलिए अब वह भैंस खरीद कर पशु पालन व्यवसाय अपनाकर अपना स्वरोजगार अपनाना चाहती है.