ETV Bharat / state

भिवानी के इस मां-बेटे ने रचा इतिहास, सूर्य नमस्कार और भूनम्रासन में बनाया नया रिकार्ड

भिवानी की चांदनी महेश्वरी और उनके बेटे लक्ष्य महेश्वरी ने जो कमाल कर दिखाया है, वो स्वयं स्वामी रामदेव भी नहीं कर पाए. चांदनी महेश्वरी ने सूर्य नमस्कार में 12 घंटे में 4 हजार 682 बार सूर्य नमस्कार कर एक रिकॉर्ड बना दिया.

मां-बेटे ने रचा इतिहास
author img

By

Published : Feb 15, 2019, 10:26 PM IST


भिवानीः जिले की चांदनी महेश्वरी और उनके बेटे लक्ष्य महेश्वरी ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. चांदनी महेश्वरी ने सूर्य नमस्कार में 12 घंटे में 4 हजार 682 बार सूर्य नमस्कार कर एक रिकॉर्ड बनाया है.

haryana bhiwani record
मां-बेटे ने रचा इतिहास
undefined

इस उपलब्धि का श्रेय चांदनी ने परमपिता परमात्मा एवं योगा टीचर रविंद्र डॉ. मदन मानव को दिया है. वहीं 11 वर्षीय लक्ष्य महेश्वरी ने जूनियर वर्ग में भूनम्रासन में एक घंटा दस का आसन कर रिकॉर्ड बनाया है. कार्यक्रम का आयोजन भारत स्वाभिमान पतंजलि योग समिति एंव महिला योग समिति के सहयोग से किया गया है.

चौधरी बंसीलाल नागरिक हस्पताल से डॉ. दिव्यकीर्ति आहुजा एवं प्राकृतिक चिकित्सालय से डॉ. मदन मानव की देखरेख में पूरा रिकॉर्ड किया गया. उन्होंने बताया कि जो ये रिकार्ड बनाया गया है, वो एक अनूठा प्रयास है.

मां-बेटे ने रचा इतिहास

undefined
डॉ. मानव का कहना है कि चार सीसीटीवी एवं डाक्टर व एक्सर्ट की टीम की निगरानी में इस रिकार्ड को बनाया गया है. चांदनी से पहले भिवानी की सरिता ने 3हजार 7सौ 73 बार सूर्या नमस्कार के रिकार्ड बनाया था. जिसको अब चांदनी महेश्वरी ने कड़ी मेहनत एवं सघन प्रयास से तोड़ दिया है.


भिवानीः जिले की चांदनी महेश्वरी और उनके बेटे लक्ष्य महेश्वरी ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. चांदनी महेश्वरी ने सूर्य नमस्कार में 12 घंटे में 4 हजार 682 बार सूर्य नमस्कार कर एक रिकॉर्ड बनाया है.

haryana bhiwani record
मां-बेटे ने रचा इतिहास
undefined

इस उपलब्धि का श्रेय चांदनी ने परमपिता परमात्मा एवं योगा टीचर रविंद्र डॉ. मदन मानव को दिया है. वहीं 11 वर्षीय लक्ष्य महेश्वरी ने जूनियर वर्ग में भूनम्रासन में एक घंटा दस का आसन कर रिकॉर्ड बनाया है. कार्यक्रम का आयोजन भारत स्वाभिमान पतंजलि योग समिति एंव महिला योग समिति के सहयोग से किया गया है.

चौधरी बंसीलाल नागरिक हस्पताल से डॉ. दिव्यकीर्ति आहुजा एवं प्राकृतिक चिकित्सालय से डॉ. मदन मानव की देखरेख में पूरा रिकॉर्ड किया गया. उन्होंने बताया कि जो ये रिकार्ड बनाया गया है, वो एक अनूठा प्रयास है.

मां-बेटे ने रचा इतिहास

undefined
डॉ. मानव का कहना है कि चार सीसीटीवी एवं डाक्टर व एक्सर्ट की टीम की निगरानी में इस रिकार्ड को बनाया गया है. चांदनी से पहले भिवानी की सरिता ने 3हजार 7सौ 73 बार सूर्या नमस्कार के रिकार्ड बनाया था. जिसको अब चांदनी महेश्वरी ने कड़ी मेहनत एवं सघन प्रयास से तोड़ दिया है.
सर, इस खबर से संबंधित वीडियो भेजी जा चुकी है।
FILE NAME : HAR_BHIWANI_INDERVES_ 15FEB_WORLD RECORD
FILE SEND BY FTP
रिपोर्ट इन्द्रवेश दुहन भिवानी
दिनांक 15 फरवरी।
मां-बेटे रचा इतिहास : सूर्य नमस्कार और भूनम्रासन में बनाया नया रिकार्ड
मां ने सूर्य नमस्कार में 12 घंटे में 4682 बार व बेटे ने भूनम्रासन में एक घंटे 20 मिनट का बनाया रिकार्ड
46 साल वर्षीय चांदनी ने सूर्य नमस्कार में तो 11 वर्षीय लक्ष्य ने भूनम्रासन में बनाया रिकॉर्ड
    भिवानी के चांदनी महेश्वरी एवं उसके बेटे लक्ष्य महेश्वरी ने जो कमाल कर दिखाया है, वह स्वयं स्वामी रामदेव भी नहीं कर पाए। चांदनी महेश्वरी ने सूर्य नमस्कार में 12 घंटे में 4 हजार 682 बार सूर्य नमस्कार कर एक रिकॉर्ड बना दिया। इस गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड की बकायदा चार सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से रिर्काडिंग भी की गई। इस उपलब्धि का श्रेय चांदनी ने परमपिता परमात्मा एवं योगा टीचर रविंद्र व डा. मदन मानव को दिया है। वही 11 वर्षीय लक्ष्य महेश्वरी ने जूनियर वर्ग में भूनम्रासन में एक घंटा दस का आसन कर रिकॉर्ड बनाया है। 
    करीब दो वर्ष पूर्व चांदनी ने रविंद्र के सान्निध्य में सूर्य नमस्कार की शुरूआत की थी। उन्होंने अभ्यास को निरंतर जारी रखा। चांदनी ने उस मुकाम को हासिल कर लिया, जिसकी उन्होंने कभी सपने में भी कल्पना नहीं की थी। कार्यक्रम का आयोजन भारत स्वाभिमान पतंजलि योग समिति एंव महिला योग समिति के सहयोग से किया गया है।
    चौधरी बंसीलाल नागरिक हस्पताल से डॉ. दिव्यकीर्ति आहुजा एवं प्राकृतिक चिकित्सालय से डॉ. मदन मानव की देखरेख में पूरा रिकॉर्ड किया गया। उन्होंने बताया कि जो ये रिकार्ड बनाया गया है, वह एक अनूठा प्रयास है। योग से शरीर तो स्वच्छ रहता ही है साथ में मंहगी दवाइयों से भी छुटकारा मिल जाता है। युवाओं को तो शारीरिक एवं मानसिक लाभ योग से मिलता है। युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए व सुबह प्राणायाम, कपालभाती, अनुलोम विलोम करेंगें तो वह 100 प्रतिशत स्वस्थ रहेगा तथा अगर कोई युवा नशा करता है तो वह नशा भी छूट जाएगा। 
    डॉ. मानव का कहना है कि चार सीसीटीवी एवं डाक्टर व एक्सर्ट की टीम की निगरानी में इस रिकार्ड को बनाया गया है। चांदनी से पहले भिवानी की सरिता ने 3737 बार सूर्या नमस्कार के रिकार्ड बनाया था जिसको अब चांदनी महेश्वरी ने कड़ी मेहनत एवं सघन प्रयास से तोड़ दिया है। 
    रिकार्ड कायम करने वाली चांदनी महेश्वरी ने बताया कि योग से 80 प्रतिशत बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। सूर्य नमस्कार एक ऐसा योग है, जिससे सिर से लेकर पैर की उंगली तक में रक्त का संचरण हो जाता है। यदि एक स्वस्थ व्यक्ति योग को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेता है तो वह कभी भी बीमार नहीं पड़ सकता है। 
    बहरहाल जहंा विश्व स्तर पर भारत ने योग के मामले में नई पहचान बनाई है, वहीं चांदनी एवं उसके बेटे लक्ष्य सरीखे लोग योग के मामले में नाम कमा रहे हैं व नए नए रिकार्ड बना रहे हैं।  

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.