भिवानी : लोहारू में लॉकडाउन के दौरान अध्यापकों ने सरकार के आदेश अनुसार बच्चों के घर- घर जाकर राशन बांटने का काम किया. इस दौरान अध्यापकों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. भ्रम की स्थिति के कारण कई विद्यार्थी और अभिभावक राशन लेने स्कूलों की ओर चल पड़े.
अध्यापकों ने बताया कि तमाम परेशानियों के बावजूद उन्होंने माननीय उच्चतम न्यायालय और सरकार के आदेशों का पालन किया. और कोरोना वायरस के खतरे के बीच विद्यार्थी का राशन घर - घर जाकर उन्हे बाटने का काम किया. साथ ही कूकिंग के पैसे खातों में भेज दिए गए.
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने 25 मार्च तक कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों का एमडीएम का राशन और कूकिंग के पैसे बच्चों के घरों तक पहुंचाकर रिपोर्ट भेजने को कहा गया है. लॉकडाउन के चलते पब्लिक ट्रांस्पोर्ट बंद होने के कारण शिक्षकों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र में पहुंचने और राशन घर-घर पहुंचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
लोहारू :अध्यापकों ने बांटा राशन तो प्रावेट फाऊन्डेशन ने बांटे मास्क सैनिटाजर
अध्यापक संजय श्योराण और निर्मला श्योराण ने पत्रकारों को बताया कि उन लोगों ने प्रदेश सरकार के आदेशानुसार बच्चों के घरों तक राशन पहुंचाने का काम किया है. उन्होंने बताया कि राजकिय कन्या प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाली 95 छात्राओं के घरों में राशन और खातों में कूकिंग के पैसे भेजन का काम किया गया है. अध्यापकों ने बताया कि कोरोना के खतरे के बीच बच्चों को घरों से बाहर नहीं निकला पड़ा और उन्हें खुशी है कि उन लोगों ने सफलतापूर्ण सरकार के निर्देशों को पूरा किया है.
साथ ही जीवन एक वरदान फाऊन्डेशन द्वारा लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया. संस्था द्वारा लोगों में मास्क और सैनेटाइजर भी बांटे गए. जिसकी शुरूआत थाना लोहारू से की गई.
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फाउन्डेशन के निदेशक कुलदीप सिंह ने पत्रकारों को बताया कि उनका एनजीओ देश और समाज हित में काम करता है. कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए मास्क और सैनेटाइजर बांटे हैं. उन्होंने बताया कि पहले चरण में 8 हजार मास्क बांटे जा रहे हैं और आगे भी जरूरत के अनुसार और लोगों को मुहैया करवाए जाएंगे.