भिवानी: कृषि अध्यादेशों के विरोध में रैली कर रहे किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर सियासत शुरु हो गई है. सत्तापक्ष द्वारा आंदोलनकारी किसानों को कांग्रेसी बताए जाने पर विपक्ष हमलावार हो गया है. किरण चौधरी ने कहा है कि किसान किसी पार्टी के नहीं, बल्कि अन्नदाता होते हैं. अन्नदाता पर लाठीचार्ज निंदनीय है. उन्होंने कहा कि अब सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और सरकार को इसका खामियाजा भुगतना होगा.
बता दें कि 10 सितंबर को तीन अध्यादेशों के विरोध में रैली करने जा रहे किसानों को जगह-जगह रोकने और उन पर हुए लाठीचार्ज पर सत्तापक्ष और विपक्ष आमने सामने आ गया है. एक तरफ जहां सरकार के नेता और मंत्री इन किसानों को कांग्रेसी बता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस किसानों को कांग्रेसी बताए जाने पर तिलमिला उठे हैं. किरण चौधरी ने किसानों पर हुए लाठीचार्ज और किसानों को कांग्रेसी बताए जाने पर कड़ी आलोचना की है.
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किरण चौधरी ने कहा है कि जिस बेरहमी से बुजुर्ग किसानों पर लाठीचार्ज हुआ है, उसके बाद सरकार को शर्म से डूब मरना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक मंत्री किसानों को कांग्रेसी बता कर विपक्ष को धमकी दे रहे हैं, जबकि उपमुख्यमंत्री खुद इन्हे किसान बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसान किसी पार्टी के नहीं, बल्कि अन्नदाता होते हैं.