भिवानी: देश के विभिन्न इलाकों खासतौर से उत्तर भारत में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों के होली के त्यौहार के रंग को फीका कर दिया है. ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों और चना जैसी रबी फसलों को नुकसान हुआ है. हरियाणा सरकार में संयुक्त निदेशक जगराज दांडी ने बताया कि गेहूं से ज्यादा सरसों की फसल को नुकसान है. उन्होंने बताया कि भिवानी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, रोहतक समेत कई जिलों में गेहूं और सरसों की फसल खराब होने की रिपोर्ट मिल रही है.
किसान संगठनों ने हरियाणा सरकार से प्रदेश में ओलावृष्टि और बरसात से फसल को हुए नुकसान की गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा देने की मांग की है. कृषि मंत्री जेपी दलाल खुद खेतों का दौरा कर मान चुके हैं कि किसानों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है. साथ ही उन्होंने किसानों को चिंता ना करने का भरोसा दिलाते हुए मुआवजा देने का आश्वासन भी दिया है. कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक चना और सरसों को गेहूं से ज्यादा नुकसान हुआ है. एक अन्य कृषि विशेषज्ञ ने बताया कि इस समय चना और सरसों की फसल पूरी तरह पककर तैयार है.
पश्चिमी विक्षोभ से उत्तर भारत समेत देश के कई हिस्सों में बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि हुर्ह है. स्काइमेट के अनुसार, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी हुई. उत्तराखंड और लद्दाख में भी कुछ स्थानों पर वर्षा और हिमपात दर्ज किया गया है. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि के साथ-साथ तेज वर्षा हुई है. ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी मध्यम बारिश और बादलों की गर्जना के साथ ओलावृष्टि देखने को मिलीं. छत्तीसगढ़ और बिहार में भी कुछ स्थानों पर वर्षा हुई है.
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