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हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में इस बार दर्ज किए गए नकल के 4471 मामले

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं इस बार और सालों की तुलना में काफी सहूलियत भरा रहा है. साल 2017 और साल 2018 की तुलना में इस बार परीक्षा में नकल में काफी गिरावट देखी गई है.

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड
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Published : Apr 11, 2019, 12:14 AM IST

भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी हर साल प्रदेश भर के करीब 8 लाख बच्चों की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं कराता है. इस बार 7 मार्च से 15 अप्रैल तक प्रदेश भर में 1728 परीक्षा केंद्रों पर 7 लाख 65 हजार 549 परीक्षार्थियों ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं दी.

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने इस बार परीक्षा करवाने के लिए 22 हजार 464 सुपरवाइजर, 1728 केंद्र अधीक्षक और 356 उड़न दस्ते तैनात किए. बावजूद इसके इस बार प्रदेश भर में नकल के 4471 केस दर्ज किए गए. वहीं ड्यूटी में कोताही करने पर 108 केंद्रों पर परीक्षा रद्द की गई. 99 पर्यवेक्षकों को ड्यूटी से हटाया गया.

राजीव प्रसाद, शिक्षा बोर्ड सचिव

इतनी बड़ी संख्या में नकल होने पर भी इस बार शिक्षा बोर्ड के लिए परीक्षाएं संतोषजनक रही. इस बार नकल का आंकड़ा पिछले 3 सालों की तुलना में काफी कम रहा है. शिक्षा बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि साल 2017 में नकल के कुल मामले 5265, साल 2018 में 5098 और इस बार 4471 मामले दर्ज किए गए हैं.

जिला स्तर पर हर बार की तरह सबसे ज्यादा नकल करने वाले जिले में मेवात जिला शामिल है. सबसे कम नकल इस बार पंचकूला जिले में हुई हैं. उन्होंने बताया कि नकल कम होने का कारण सामाजिक चेतना व पंचायतों का सहयोग है.

हर साल पर देश भर में करीब 8 लाख बच्चों के भविष्य का आकलन करने वाले हरियाणा शिक्षा विद्यालय बोर्ड को इस बार नकल पर नकेल लगाने में काफी हद तक कामयाबी मिली. शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में इस बार पिछले 3 सालों के मुकाबले काफी कम नकल हो पाई है.

भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी हर साल प्रदेश भर के करीब 8 लाख बच्चों की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं कराता है. इस बार 7 मार्च से 15 अप्रैल तक प्रदेश भर में 1728 परीक्षा केंद्रों पर 7 लाख 65 हजार 549 परीक्षार्थियों ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं दी.

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने इस बार परीक्षा करवाने के लिए 22 हजार 464 सुपरवाइजर, 1728 केंद्र अधीक्षक और 356 उड़न दस्ते तैनात किए. बावजूद इसके इस बार प्रदेश भर में नकल के 4471 केस दर्ज किए गए. वहीं ड्यूटी में कोताही करने पर 108 केंद्रों पर परीक्षा रद्द की गई. 99 पर्यवेक्षकों को ड्यूटी से हटाया गया.

राजीव प्रसाद, शिक्षा बोर्ड सचिव

इतनी बड़ी संख्या में नकल होने पर भी इस बार शिक्षा बोर्ड के लिए परीक्षाएं संतोषजनक रही. इस बार नकल का आंकड़ा पिछले 3 सालों की तुलना में काफी कम रहा है. शिक्षा बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि साल 2017 में नकल के कुल मामले 5265, साल 2018 में 5098 और इस बार 4471 मामले दर्ज किए गए हैं.

जिला स्तर पर हर बार की तरह सबसे ज्यादा नकल करने वाले जिले में मेवात जिला शामिल है. सबसे कम नकल इस बार पंचकूला जिले में हुई हैं. उन्होंने बताया कि नकल कम होने का कारण सामाजिक चेतना व पंचायतों का सहयोग है.

हर साल पर देश भर में करीब 8 लाख बच्चों के भविष्य का आकलन करने वाले हरियाणा शिक्षा विद्यालय बोर्ड को इस बार नकल पर नकेल लगाने में काफी हद तक कामयाबी मिली. शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में इस बार पिछले 3 सालों के मुकाबले काफी कम नकल हो पाई है.

Intro:हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी हर साल प्रदेश भर के करीब 8 लाख बच्चों की 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं लेता है इस बार 7 मार्च से 15 अप्रैल तक प्रदेश भर में 1728 परीक्षा केंद्रों पर 7 लाख 65 हजार 549 परीक्षार्थियों ने 10वीं व 12वीं की परीक्षा दी थी हर बार की तरह शिक्षा बोर्ड ने इस बार भी निकल रही थी अकल सहित परीक्षा करवाने के लिए 22 हजार 464 सुपरवाइजर, 1728 केंद्र अधीक्षक व 356 उड़न दस्ते तैनात किए थे । बावजूद इसके इस बार प्रदेश भर में नकल के 4471 केस दर्ज किए गए वहीं ड्यूटी में कोताही करने पर 108 केंद्रों पर परीक्षा रद्द की गई और 99 पर्यवेक्षकों को ड्यूटी से हटाया गया।


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इतनी बड़ी संख्या में नकल होने पर भी इस बार शिक्षा बोर्ड के लिए यह परीक्षाएं संतोषजनक रही क्योंकि इस बार नकल का आंकड़ा पिछले 3 सालों की तुलना में काफी कम है शिक्षा बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि साल 2017 में नकल के कुल मामले 5265 साल 2018 में 5098 और इस बार 4471 हैं उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर हर बार की तरह सबसे ज्यादा नकल करने वाले जिले में मेवात जिला शामिल है तथा सबसे कम नकल इस बार पंचकूला जिले में हुई है उन्होंने बताया कि नकल कम होने का कारण सामाजिक चेतना व पंचायतों का सहयोग है साथ ही शिक्षा विभाग के एसीएस पीके दास व डीजे राकेश गुप्ता का सहयोग भी सराहनीय रहा है ।
बाइट- राजीव प्रसाद (शिक्षा बोर्ड सचिव)

शिक्षा बोर्ड के सचिव राजू प्रसाद ने बताया कि हमारा लक्ष्य नकल रूपी बुराई को खत्म करना है और सब का सहयोग है अच्छी सोच से यह कम भी हो रही हैं उन्होंने कहा कि नकल करने वाला बच्चा एक बार तो सफल हो सकता है पर अपने जीवन में कभी सफल नहीं होता क्योंकि साल दर साल योग्यता को बढ़ावा मिल रहा है ऐसे में नकल करने वाले बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं में बिछड़ जाएंगे और जीवन में कभी सफल नहीं होंगे बोर्ड सचिव ने कहा कि जो बच्चा नकल करता है वह खुद को धोखा देता है । उन्होंने बताया कि इस बार 10वीं 12वीं परीक्षा परिणाम 20 मई से पहले घोषित कर दिए जाएंगे साथ ही उन्होंने कहा कि जिन पंचायतों ने अपने गांव में नकल रोकने में सहयोग किया उनको शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रस्सति पत्र व नगद राशि देकर सम्मानित करेगा ।
बाइट- राजीव प्रसाद (शिक्षा बोर्ड सचिव)



Conclusion:हर साल पर देश भर में करीब 8 लाख बच्चों के भविष्य का आकलन करने वाले हरियाणा शिक्षा विद्यालय बोर्ड को इस बार नकल पर नकेल लगाने में काफी हद तक कामयाबी मिली शिक्षा बोर्ड की परीक्षा में इस बार पिछले 3 सालों के मुकाबले काफी कम नकल हो पाई हैं बावजूद इसके मुख्यमंत्री मनोहर लाल व पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल के गृह जिला में नकल का आंकड़ा साल दर साल बढ़ रहा है और वर्तमान शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा का जिला भी नकल करने में पीछे नहीं है ।
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