भिवानी: 10 वीं कक्षा पास करने के बाद दो साल की आईटीआई करने वाले युवाओं को 12वीं कक्षा उत्तीर्ण के समकक्ष माना जाएगा. ऐसे आईटीआई करने वाले छात्र अब सीधा स्नातक डिग्री पाठयक्रम में एडमिशन ले सकते हैं. दसवीं के बाद यदि विद्यार्थी दो साल का कोर्स करता है, तो 12वीं की हिंदी या अंग्रेजी भाषा में से कोई एक भाषा उत्तीर्ण करने के बाद उसकी मान्यता बोर्ड द्वारा संचालित 12वीं परीक्षा के समकक्ष होगी.
भिवानी राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के नोडल अधिकारी सुभाष चंद्र ने बताया कि आईटीआई पास करने वाले छात्रों को अब 10वीं व 12वीं कक्षा के बराबर मान्यता दिए जाने की परमिशन दे दी गई है. आईटीआई का कोर्स करने के साथ-साथ विद्यार्थियों को अब 12वीं कक्षा का भी प्रमाण-पत्र मिलेगा. जो विद्यार्थी आईटीआई कर लेंगे, उनको अब अलग से 12वीं कक्षा की परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी.
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इसी तरह से कक्षा दसवीं के एक साल कोर्स के आधार पर विभाग द्वारा एक साल के अप्रेंटिस प्रमाण पत्र को शामिल करते हुए 12वीं की हिंदी या अंग्रेजी भाषा में से कोई एक भाषा उत्तीर्ण करने के बाद बोर्ड द्वारा संचालित 12वीं कक्षा की परीक्षा के समान मान्यता दी जाएगी. जबकि कक्षा आठवीं के आधार पर दाखिले के बाद जिन कोर्स की समय अवधि दो साल की है.
ऐसे कोर्स में विद्यार्थियों को हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं की परीक्षा पास करने पर ही 10वीं का सर्टिफिकेट मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए यह अच्छा मौका है. विद्यार्थी आईटीआई कोर्स के साथ जहां कक्षा दसवीं व बारहवीं के समकक्ष मान्यता ले सकेंगे. वहीं इस निर्णय के बाद विद्यार्थियों का आईटीआई व कौशल विकास की ओर रुझान बढ़ेगा.