भिवानीः तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे किसानों का आंदोलन 25वें दिन भी जारी है. कड़ाके की ठंड में भी किसानों ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज बुलंद की हुई है. आज आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को याद किया गया.
आज प्रदेश के विभिन्ना जिलों, तहसील और गांवों में किसानों के लिए श्रद्धांजलि सभाएं हुई. भिवानी में भी आज किसान शहीदी दिवस मनाते हुए विभिन्न संगठनों द्वारा आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी गई.
श्रद्धांजलि सभा कर रहे संगठनों का कहना है कि पिछले 25 दिनों से कड़ाके की ठंड में किसान जो आंदोलन कर रहे है उनकी सिर्फ एक ही मांग है कि ये तीन कृषि कानून व बिजली बिल वापिस हो. उसके बावजूद सरकार इसकी ओर ध्यान न देते हुए किसानों पर कड़ा रवैया अपनाए हुए है.
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उन्होंने कहा कि सरकार एसवाईएल का मुद्दा उठाकर किसानों को अपने आंदोलन से गुमराह करना चाहती है. ऐसा बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए. उन्होंने साथ ही बताया कि आज पूरे देश में इस आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी गई है. किसान नेता बलदेव घनघस ने कहा कि किसानों के लिए हवन यज्ञ किया गया है.