भिवानी: अपनी कई मांगों को लेकर किसानों ने सोमवार को धरना दिया. ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के बैनर तले किसानों ने खराब फसल का उचित मुआवजा देने की मांग के साथ, कृषि अध्यादेश और बिजली बिल-2020 रद्द करवाने को लेकर तहसीलदार अशोक कुमार को ज्ञापन सौंपा और धरना दिया.
मुआवजे की मांग लेकर किसानों का धरना
धरने का नेतृत्व एआईकेकेएमएस के जिला सचिव रोहतास सिंह ने किया. उन्होंने कहा कि पहले ही फसल की लागत से डेढ़ गुना दाम ना मिलने से खेती घाटे का कारोबार हो चुकी है. किसान कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं. अब अज्ञात बीमारी के कारण कपास व ग्वार की फसल 70 और 100 प्रतिशत खत्म हो चुकी है. इससे किसानों पर भारी आर्थिक मार पड़ी है. इससे बहुत सारे किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया है.
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बिजली निजीकरण रद्द करने की मांग की
उन्होंने कहा कि सरकार ने लॉकडाउन में फंसे और अन्य गरीबों की मजबूरी का फायदा उठाकर कृषि मंडियों को प्राइवेट मंडियों के हवाले करने के लिए फरमान जारी किए हैं. किसान बस्तीराम ने बताया बिजली बिल 2020 से पूर्ण रूप से बिजली का निजीकरण हो जाएगा और बिजली महंगी हो जाएगी. किसानों की हर तरह की सब्सिडी खत्म कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इसके बाद बिजली गरीबों की पहुंच से बाहर हो जाएगी.
पीपली लाठीचार्ज की निंदा की
किसानों पर पीपली में किसानों पर किए गए बर्बर लाठीचार्ज की कड़ी निन्दा करते हुए किसान सुखवीर सिंह द्वारा निंदा प्रस्ताव पारित किया गया.