भिवानी: शिक्षा विभाग में प्रिंसिपल पद पर पदोन्नति को लेकर विवाद छिड़ता नजर आ रहा है. स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन ने शिक्षा विभाग द्वारा पदोन्नति के लिए मांगी गई मेरिट लिस्ट में अनियमितता का आरोप लगाया है. एसोसिएशन की माने तो बहुत से ऐसे लेक्चरर हैं जो रिटायर हो चुके हैं, या मर चुके हैं, उन्हें भी प्रमोशन लिस्ट में जगह दी गई है.
स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार शर्मा ने बताया कि शिक्षा विभाग ने हाल ही में 500 से अधिक स्कूल प्रिंसिपल प्रमोशन के माध्यम से भरने के लिए प्रक्रिया चलाई है. मेरिट नंबर 1337 से लेकर 1850 तक के केस प्रमोशन के लिए मांगे गए हैं. मेरिट लिस्ट अप्रैल 2017 में तैयार की गई थी.
इससे पहले 2005 और 2011 में जो मेरिट लिस्ट थी, उसमें जिनके प्रमोशन पहले उन्हें 2017 की मेरिट लिस्ट में काफी नीचे दिखाया गया है. विभाग इसके पीछे कोई कारण भी नहीं बता रहा. इसलिए एसोसिएशन कोर्ट की राह अपनाने को मजबूर है. एसोसिएशन का कहना है कि प्रिंसिपल पद के लिए जो मेरिट सूची विभाग ने बनाई है उसमें भाईचारा और रिश्तेदारी बरती गई है.