भिवानी: भिवानी में साइबर ठगों ने एक व्यक्ति को लुभावने ऑफर का झांसा देकर उससे 2 लाख 10 हजार रुपए ऐंठ लिए. पीड़ित को आरोपियों ने जब रुपए नहीं लौटाए, तो उसने साइबर क्राइम थाना भिवानी में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया. पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद दो आरोपियों को प्रोडेक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों ने बताया कि वे गिरोह के लिए कॉलर का काम करते हैं और बैंक अकाउंट में रुपए आने के बाद पीड़ित के मोबाइल नंबर को ब्लॉक लिस्ट में एड कर देते हैं.
पुलिस आरोपियों से पूछताछ के बाद इस गिरोह के अन्य बदमाशों की तलाश में जुट गई है. भिवानी जिला पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि गांव सुरपुरा खुर्द निवासी मुकेश कुमार ने साइबर क्राइम थाना भिवानी में शिकायत दी थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि 11 जनवरी 2023 को उसके मोबाइल पर कॉल आई थी. जिसमें कॉल करने वाले व्यक्ति ने बताया कि आपके फोन नंबर पर ऑफर आया हुआ है. आप
वेबसाइट पर जाकर ऑफर का फायदा उठा सकते हैं.
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शिकायतकर्ता ने 15 जनवरी को इस वेबसाइट से एक मोबाइल फोन आईफोन -13 सेलेक्ट किया था. 16 जनवरी 2023 को आरोपी ने पीड़ित के मोबाइल नंबर पर दोबारा कॉल करके जीएसटी चार्ज के नाम पर यूपीआई आईडी पर पेमेंट करवाया था. इस प्रकार आरोपी ने झांसा देकर 16 जनवरी से 27 जनवरी के बीच कुल 2 लाख 10 हजार 641 रुपए ट्रांसफर करवा लिए. इसके पश्चात आरोपी ने उसको फोन भी उपलब्ध नहीं कराया और ट्रांसफर किए गए रुपए भी वापस नहीं दिए.
पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की. इस मामले में कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम थाना की महिला सिपाही सोनिया ने दो आरोपियों को कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट हासिल कर गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के हाथरस निवासी अमित व सुल्तानपुर जिले के हाजीपुर बेरी निवासी रोहित के रूप में हुई है. रिमांड के दौरान आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे कॉलर का कार्य करते हैं.
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आरोपियों को गिरोह के अन्य सदस्यों द्वारा टेलीफोन नंबर उपलब्ध कराए जाते थे. इन मोबाइल नंबर पर वे फोन करके लोगों को आरोपियों के द्वारा बनाई गई फर्जी वेबसाइट पर लुभावने ऑफर देते थे. बाद में उन्हें झांसा देकर उनसे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करवा कर रुपए ऐंठ लेते थे. पेमेंट बैंक अकाउंट में आने के बाद आरोपी पीड़ित के नंबरों को ब्लॉक लिस्ट में एड कर दिया करते थे. आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया गया, जहां न्यायालय ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए हैं. पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है.