भिवानी: महम गौशाला में वेटरनरी पॉलीक्लीनिक के पशु चिकित्सकों ने ऑपरेशन के बाद गाय की जान बचाई. पशु चिकित्सक डॉक्टर सुभाष और डॉ राकेश ने गाय को बचाने के लिए करीब तीन घंटे लंबा ऑपरेशन किया. ये ऑपरेशन रात 9 बजे से 12 बजे तक चला. वेटरनरी पॉलीक्लिनिक के पशु चिकित्सक डॉक्टर सुभाष ने बताया कि उनको महम रोड स्थित गौशाला प्रबंधकों ने सूचना दी थी कि यहां गर्भवती गाय की हालत बहुत खराब है.
इस सूचना पर डॉक्टर सुभाष ने अपने साथी डॉक्टर राजेश, वीएलडीए वीरेंद्र श्योराण और एनिमल अटेंडेंट शशिरंजन के रूप में एक टीम तैयार की. ये टीम तुरंत गौशाला पहुंची और गाय का चेकअप किया. चेकअप के बाद उन्हें पता चला कि बछड़े का सिर ज्यादा भारी होने की वजह से गाय बच्चे को सामान्य तरीके के जन्म नहीं दे सकती. इसलिए उन्होंने गाय के सिजेरियन ऑप्रेशन का फैसला लिया.
रात 9 बजे से 12 तक लगातार तीन घंटे ये ऑपरेशन गौशाला में चला. इस कठिन ऑपरेशन से गाय को तो बचा लिया गया, लेकिन बछड़ा पहले ही पेट में मर चुका था. डॉक्टरों ने बताया कि अब गाय की हालत सामान्य है, लेकिन बड़ा ऑपरेशन होने की वजह से 10 दिन तक गाय को चिकित्सकों की देखभाल में रखा जाएगा. वहीं दूसरी ओर गाय की जान बचाने से गौशाला प्रबंधन ने भी पशु चिकित्सकों का आभार जताया.
इस बारे में पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉक्टर रविन्द्र सहरावत और एसडीओ डॉक्टर प्रदीप ने संयुक्त रूप से बताया कि ये बहुत बड़ा ऑपरेशन था. इस हालत में गाय का ऑपरेशन करना सामान्य बात नहीं है. ऐसे बड़े सिजेरियन ऑपरेशन तो यूनिवर्सिटी स्तर पर ही होते रहे है. गौशाला में ऐसा ऑपरेशन करना अपने आप में बड़ी बात है.