भिवानी: बरसात के मौसम के चलते हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने पानी व मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाया है. विभाग ने प्रदेश स्तर पर टीमों का गठन करके लोगों को जागरूक करने व पानी के सैंपल लेने के साथ ही मच्छरों के आश्रय स्थल को खत्म करने का अभियान शुरू किया है. इस अभियान के तहत भिवानी जिले में 154 टीमें शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह जाकर पानी के सैंपल लेने व गंदे पानी से मच्छर के लारवा की जांच में जुट गई हैं.
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भिवानी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रघुबीर शांडिल्य ने बताया कि मच्छरों के कारण डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया की बीमारी फैलती है. इसके लिए खड़े पानी की निकासी की व्यवस्था करने तथा औद्योगिक क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों में बरसात के कारण खाली डिब्बों, टायरों व अन्य गड्ढों में मच्छर ना पनपे, इसके लिए स्वास्थय विभाग ने अभियान चलाया है. इसके साथ ही पीने के पानी के सैंपल लेकर उनकी जांच की जा रही है, जिससे हैपेटाईटस ए, बी व पीलिया जैसी पानी जनित बीमारियों की रोकथाम का कार्य संभव हो रहा है. भिवानी के सामान्य अस्पताल में डेंगू के मरीजों को भर्ती करने के लिए आईसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बरसात के दिनों में कबाड़, टीन के डिब्बों व अन्य स्थानों पर जो पानी एकत्रित हो रहा है, उसकी निकासी की व्यवस्था स्थानीय निवासियों के माध्यम से कर्मचारियों ने किए हैं. जहां मच्छर अधिक हैं, वहां फॉगिंग करवाने के आदेशों पर भी कार्य किया जा रहा है. तथा जहां लंबे समय से पानी खड़ा है, उस क्षेत्र के पार्षद के माध्यम से स्थानीय निवासियों व कारखाना मालिकों को चेतावनी नोटिस दिया जा रहा है.
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अभी तक भिवानी जिले में मलेरिया का एक पॉजिटीव केस मिला है जबकि डेंगू का कोई भी केस अभी तक नहीं पाया गया. इस कार्य की व्यवस्था में 154 टीमों को लगाया गया है, जो 18 सुपरवाईजरों की अगुवाई में कार्य कर रही है. उनके माध्यम से आंकड़े एकत्रित कर पानी जनित व मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम का युद्ध स्तर पर प्रयास चल रहा है.