भिवानी: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार को भिवानी में शुरू हुई. दो दिनों तक चलने वाली बैठक के पहले दिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने संबोधित किया. भिवानी में भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक की प्रथम सत्र की मंथन बैठक के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि दो दिनों तक चलने वाली इस बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव, केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुज्जर, संसदीय बोर्ड बोर्ड की सदस्य सुधा यादव सहित सांसद, विधायक, वर्ष वर्ष 2019 में चुनाव लड़े सभी भाजपा प्रत्याशी भाग लेंगे.
आज के प्रथम सत्र में 39 डेलीगेट से बैठक कर शनिवार की बैठक के लिए एजेंडा तय करने सहित प्रदेश की कल्याणकारी नीतियों और वर्ष 2024 में होने वाले चुनाव को लेकर भावी रणनीति को लेकर चर्चा की गई है. आज की बैठक में गुरुग्राम, मानेसर व फरीदाबाद के नगर निगम चुनाव व सिरसा के नगर परिषद चुनाव को लेकर रणनीति बनाने पर चर्चा की गई.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि शनिवार को होने वाली बैठक में 353 डेलीगेट के साथ 2024 के चुनाव को लेकर मंथन किया जाएगा, जिसमें पार्टी के सभी डेलीगेट अपनी राय देंगे. इसके आधार पर आगामी रणनीति तय की जाएगी. इसके अलावा पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने पर भी चर्चा होगी. वहीं, उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं को लेकर भी चर्चा की जाएगी कि परिवार पहचान पत्र सहित अन्य मुद्दों को कैसे निपटाएं. वहीं, उन्होंने सरपंचों के विरोध को लेकर कहा कि सरपंचों की सीमा घटाई नहीं गई है बल्कि 25 लाख रुपये है. उन्होंने कहा कि विकास कार्यों को करवाने के तरीके को जरूर बदला गया है. आने वाले दिनों में यह भ्रांति जरूर दूर हो जाएगी.
बीजेपी का मिशन 2024: बता दें कि अगले साल जहां पहले लोकसभा चुनाव होने हैं. वहीं, साल के अंत में विधानसभा चुनाव भी होंगे. ऐसे में प्रदेश की सत्ता पर पिछले 8 से ज्यादा सालों से काबिज बीजेपी के लिए फिर से सत्ता में वापसी करने की सबसे बड़ी चुनौती रहेगी. 90 विधानसभा सीट वाले हरियाणा में पहली बार बीजेपी 2014 में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने में कामयाब रही थी. लेकिन, 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी सत्ता में आने के जरूरी आंकड़े से कुछ कदम दूर रह गई. हालांकि जेजेपी के साथ से बीजेपी फिर से सरकार बनाने में कामयाब हो गई, लेकिन साल 2024 की चुनौती बीजेपी के सामने है और इस लक्ष्य को पाने के लिए पार्टी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसी को लेकर भिवानी में पार्टी के सभी दिग्गज 2024 के लक्ष्य को पाने के लिए मंत्र कर रहे हैं.
सरकार की योजनाओं के जरिए 2024 साधने की होगी कोशिश: भिवानी में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में बीजेपी सरकार की योजनाओं पर तो चर्चा करेगी ही, साथ ही पार्टी के संगठन का प्रयास होगा कि इन योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा पात्र लोगों तक पहुंचे. जिससे पार्टी के 2024 के लक्ष्य को पूरा करने में उनका भी सहयोग मिल पाए. हरियाणा सरकार अंत्योदय के उत्थान की बात करती है और उनके जीवन स्तर को बेहतर करने के लिए योजनाओं पर भी लगातार काम कर रही है. सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा और गरीब कल्याण के लिए बनाई गई योजनाएं, चिरायु कार्ड, आयुष्मान कार्ड जैसी योजनाओं को लेकर लाभार्थी संपर्क का कार्यक्रम बैठक में तय किया जाएगा. यानी सरकारी योजनाएं जमीनी स्तर पर पहुंची उसके लिए पार्टी प्रयास करेगी.
2024 से पहले आठ नगर निगम चुनाव भी सामने: भिवानी में होने वाला पार्टी का मंथन सिर्फ 2024 ही नहीं होगा. बल्कि उसे पहले पार्टी के सामने प्रदेश में होने वाले नगर निगम चुनाव की चुनौती भी होगी. इन चुनावों को जीतने में अगर बीजेपी कामयाब होती है तो निश्चित तौर पर उसका मनोबल 2024 के लिए भी मजबूत होगा. ऐसे में पार्टी हर हाल में नगर निगम चुनाव में अपने प्रदर्शन को बेहतर करना चाहेगी. भिवानी बैठक में गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद नगर निगम चुनाव के साथ ही सिरसा में होने वाली नगर परिषद के चुनाव को लेकर भी मंथन होगा. जबकि इस साल के अंत में 5 और नगर निगम के चुनाव की पार्टी के लिए अहम होंगे.
पार्टी संगठन पर भी रहेगा विशेष जोर: बीजेपी को कार्यकर्ताओं की पार्टी माना जाता है. कार्यकर्ताओं के दम पर ही बीजेपी लगातार विभिन्न प्रदेशों में सत्ता में काबिज हुई है. ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी ना हो इसको लेकर भी पार्टी मंथन कर सकती है. वहीं, हरियाणा में पार्टी के करीब चार लाख पन्ना प्रमुख बने हैं. बीजेपी के लिए पन्ना प्रमुख चुनाव में रीढ़ की हड्डी का काम करते हैं. वे पार्टी की गतिविधियों से जुड़े रहे इसके लिए भी बीजेपी के प्रयास जारी है. इसी को देखते हुए पार्टी अप्रैल में पन्ना प्रमुखों की कार्यशाला भी की करेगी.
चुनौतियों से भरा होगा मिशन 2024!: बीजेपी प्रदेश अपनी सरकार की योजनाओं और कार्यकर्ताओं के दम पर फिर से तीसरी बार सत्ता में वापसी के लिए दम लगा रही है. वहीं, बीजेपी को उम्मीद है कि वह अपने कार्यकर्ताओं के दम पर फिर से सत्ता में वापस आएगी. हालांकि इस बार उनके सामने चुनौती खड़ी करने के लिए सिर्फ कांग्रेसी नहीं होगी, बल्कि आम आदमी पार्टी और इनेलो भी रहेगी. वहीं, अभी तक सहयोगी जेजेपी बीजेपी के साथ ही गठबंधन में चुनाव लड़ने की बात कह रही है, लेकिन भविष्य क्या रंग दिखाता है राजनीति में कहना मुश्किल है. इसलिए बीजेपी के लिए 2024 की रह आसान होगी यह कहना अभी मुश्किल है.
इस बारे में भाजपा प्रदेश मीडिया प्रमुख संजय शर्मा और भाजपा प्रदेश महामंत्री पवन सैनी ने जानकारी दी. संजय शर्मा ने बताया कि दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का प्रथम सत्र भिवानी के पयर्टन विभाग के रिजॉर्ट में शाम साढ़े पांच बजे शुरू हुआ. इस बैठक के लिए अलग-अलग जिलों के रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाए गए हैं. मीटिंग स्थल पर ही पार्किंग की व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर इस बैठक में मंथन किया जाएगा. इसके अलावा पार्टी को संगठनात्क तौर पर मजबूर बनाने के लिए सुझाव मांगे जाएंगे. जिसके आधार पर भविष्य में होने वाले निर्णयों की रूपरेखा तैयार की जाएगी.