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भिवानी सीवरेज डिस्पोजल प्लांट में लगी मशीन खराब, विधायक ने दौरा कर ठेकेदार को दी चेतावनी - भिवानी डिस्पोजल प्लांट ऑटोमेटिक मशीन खराब

सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में 6 महीने पहले सीवरेज के पानी से कचरा बीनने के लिए ऑटोमेटिक मशीन खराब हो चुकी है. ये मशीन तकरीबन 30 से 35 लाख रुपए की लागत से लगाई गई थी.

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भिवानी में सीवरेज डिस्पोजल प्लांट में लगी मशीन खराब
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Published : Jan 2, 2020, 11:45 PM IST

भिवानीः सीवरेज डिस्पोजल प्लांट में 6 महीने पहले लगी ऑटोमेटिक मशीन खराब हो गई है. इस मशीन की स्क्रीन खराब हो जाने की वजह से शहर में सीवरेज के पानी की समस्या चरमरा गई है. जिससे शहर की आधा दर्जन कॉलोनियों में सीवरेज की समस्या को लेकर नारेबाजी प्रदर्शन किए जा रहे हैं. स्थानीय लोगों ने विधायक से मुलाकात कर जल्द समस्या के समाधान की मांग की है.

सीवरेज प्लांट का विधायक ने किया दौरा
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में 6 महीने पहले सीवरेज के पानी से कचरा बीनने के लिए ऑटोमेटिक मशीन का इस्तेमाल किया गया था. ये मशीन तकरीबन 30 से 35 लाख रुपए की लागत से लगाई गई थी. इससे पहले ये कार्य मैनुअली कर्मचारियों द्वारा किया जाता था, जिसकी वजह से आधा दर्जन शहर सीवरेज की समस्या को झेल रहा था. इसी को लेकर भिवानी विधायक घनश्याम सर्राफ ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया.

भिवानी में सीवरेज डिस्पोजल प्लांट में लगी मशीन खराब

3 महीने से खराब पड़ी मशीन
विधायक घनश्याम सर्राफ ने बताया कि भिवानी डिस्पोजल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में ये कचरा बीनने के लिए ऑटोमेटिक मशीन 30 से 35 लाख रुपए की लागत से लगाई गई थी. 3 महीने तक काम अच्छी तरीके से चला, लेकिन अभी 3 महीने से मशीन खराब पड़ी है. उन्होंने बताया कि पहले 3 महीने शहर में सीवरेज की समस्या क्लीन रहती थी और डिस्पोजल का पानी घग्गर ड्रेन में डाल दिया जाता था. ऐसे में मशीन की स्क्रीन खराब हो जाने की वजह से शहर के कई इलाकों में सीवरेज की समस्या बढ़ गई है.

ये भी पढ़ेंः नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : NOIDA में प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है दुनिया का सबसे बड़ा चरखा

सीवरेज की समस्या की चपेट में ये कॉलोनियां
डिस्पोजल प्लांट एसडीओ आर के मुंजाल ने बताया कि ऑटोमेटिक मशीन लगने के बाद 3 महीने से अच्छा काम चल रहा था, जिसकी वजह से शहर में सीवरेज की समस्या तकरीबन खत्म हो गई थी लेकिन जैसे ही ऑटोमेटिक मशीन के स्क्रीन खराब हुई तीन महीनों से डिस्पोजल में कचरे का काम मैनुअली करवाया जा रहा है. इसकी वजह से शहर की आधी कॉलोनियां तेलीवाड़ा हनुमान ढाणी, दादरी गेट, दिनोद गेट, देवसर सिंह आदि सीवरेज की समस्या के चपेट में आ गई है.

ठेकेदार को दिया एक महीने का वक्त- विधायक
उन्होंने कहा कि हमने विभागीय तौर पर रिपोर्ट बनाकर आगे भेज दी है वो ठेकेदार को इसे ठीक कराने के लिए कहा गया है अगर वो इसे ठीक नहीं करता तो ठेकेदार पर तकरीबन जुर्माना लगाया जाएगा. वहीं विधायक ने बताया कि इस गंभीर समस्या को लेकर ठेकेदार को एक महीने का टाइम दिया है, उसको ठीक करना नहीं तो बाकी बची हुई पेमेंट के साथ 22 लाख का जुर्माना किया जाएगा.

भिवानीः सीवरेज डिस्पोजल प्लांट में 6 महीने पहले लगी ऑटोमेटिक मशीन खराब हो गई है. इस मशीन की स्क्रीन खराब हो जाने की वजह से शहर में सीवरेज के पानी की समस्या चरमरा गई है. जिससे शहर की आधा दर्जन कॉलोनियों में सीवरेज की समस्या को लेकर नारेबाजी प्रदर्शन किए जा रहे हैं. स्थानीय लोगों ने विधायक से मुलाकात कर जल्द समस्या के समाधान की मांग की है.

सीवरेज प्लांट का विधायक ने किया दौरा
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में 6 महीने पहले सीवरेज के पानी से कचरा बीनने के लिए ऑटोमेटिक मशीन का इस्तेमाल किया गया था. ये मशीन तकरीबन 30 से 35 लाख रुपए की लागत से लगाई गई थी. इससे पहले ये कार्य मैनुअली कर्मचारियों द्वारा किया जाता था, जिसकी वजह से आधा दर्जन शहर सीवरेज की समस्या को झेल रहा था. इसी को लेकर भिवानी विधायक घनश्याम सर्राफ ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया.

भिवानी में सीवरेज डिस्पोजल प्लांट में लगी मशीन खराब

3 महीने से खराब पड़ी मशीन
विधायक घनश्याम सर्राफ ने बताया कि भिवानी डिस्पोजल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में ये कचरा बीनने के लिए ऑटोमेटिक मशीन 30 से 35 लाख रुपए की लागत से लगाई गई थी. 3 महीने तक काम अच्छी तरीके से चला, लेकिन अभी 3 महीने से मशीन खराब पड़ी है. उन्होंने बताया कि पहले 3 महीने शहर में सीवरेज की समस्या क्लीन रहती थी और डिस्पोजल का पानी घग्गर ड्रेन में डाल दिया जाता था. ऐसे में मशीन की स्क्रीन खराब हो जाने की वजह से शहर के कई इलाकों में सीवरेज की समस्या बढ़ गई है.

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सीवरेज की समस्या की चपेट में ये कॉलोनियां
डिस्पोजल प्लांट एसडीओ आर के मुंजाल ने बताया कि ऑटोमेटिक मशीन लगने के बाद 3 महीने से अच्छा काम चल रहा था, जिसकी वजह से शहर में सीवरेज की समस्या तकरीबन खत्म हो गई थी लेकिन जैसे ही ऑटोमेटिक मशीन के स्क्रीन खराब हुई तीन महीनों से डिस्पोजल में कचरे का काम मैनुअली करवाया जा रहा है. इसकी वजह से शहर की आधी कॉलोनियां तेलीवाड़ा हनुमान ढाणी, दादरी गेट, दिनोद गेट, देवसर सिंह आदि सीवरेज की समस्या के चपेट में आ गई है.

ठेकेदार को दिया एक महीने का वक्त- विधायक
उन्होंने कहा कि हमने विभागीय तौर पर रिपोर्ट बनाकर आगे भेज दी है वो ठेकेदार को इसे ठीक कराने के लिए कहा गया है अगर वो इसे ठीक नहीं करता तो ठेकेदार पर तकरीबन जुर्माना लगाया जाएगा. वहीं विधायक ने बताया कि इस गंभीर समस्या को लेकर ठेकेदार को एक महीने का टाइम दिया है, उसको ठीक करना नहीं तो बाकी बची हुई पेमेंट के साथ 22 लाख का जुर्माना किया जाएगा.

Intro:रिपोर्ट इन्द्रवेश भिवानी
दिनांक 2 जनवरी।
सीवरेज डिस्पोजल प्लांट में 6 महीने पहले लगी ऑटोमेटिक मशीन हुई खराब
आधे शहर में सीवरेज की समस्या चरमराई
विधायक ने किया सीवरेज डिस्पोजल प्लांट का दौरा
ठेकेदार पर लगाया जा सकता है 22 लाख रुपए का जुर्माना
भिवानी के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में 6 महीने पहले सीवरेज के पानी से कचरा बीनने के लिए ऑटोमेटिक मशीन का इस्तेमाल किया गया था। यह मशीन तकरीबन 30 से 35 लाख रुपए की लागत से लगाई गई थी। इससे पहले यह कार्य मैनुअली कर्मचारियों द्वारा किया जाता था, जिसकी वजह से आधा दर्जन शहर सीवरेज की समस्या को झेल रहा था लेकिन 6 महीने के अंदर ही इस मशीन की स्क्रीन खराब हो जाने की वजह से शहर में सीवरेज के पानी की समस्या चरमरा गई है। जिससे शहर की आधा दर्जन कॉलोनियों में सीवरेज की समस्या को लेकर नारेबाजी प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
Body: इसी को लेकर भिवानी विधायक घनश्याम सर्राफ ने सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया। मशीन के बारे में जानकारी ली। विधायक घनश्याम सर्राफ ने बताया कि भिवानी डिस्पोजल सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में यह कचरा बीनने के लिए ऑटोमेटिक मशीन 30 से 35 लाख रुपए की लागत से लगाई गई थी। 3 महीने तक काम अच्छी तरीके से चला, लेकिन अभी 3 महीने से मशीन खराब पड़ी है पहले 3 महीने शहर में सीवरेज की समस्या क्लीन रहती थी और डिस्पोजल का पानी घग्गर ड्रेन में डाल दिया जाता था लेकिन मशीन की स्क्रीन खराब हो जाने की वजह से शहर के कई इलाकों में सीवरेज की समस्या बढ़ गई है। इसी को लेकर आज का दौरा किया है और ठेकेदार को एक महीने का टाइम दिया है, उसको ठीक करना नहीं तो बाकी बची हुई पेमेंट के साथ 22 लाख का जुर्माना किया जाएगा।
Conclusion: डिस्पोजल एसडीओ आर के मुंजाल ने बताया कि ऑटोमेटिक मशीन लगने के बाद 3 महीने से अच्छा काम चल रहा था, जिसकी वजह से शहर में सीवरेज की समस्या तकरीबन खत्म हो गई थी लेकिन जैसे ही ऑटोमेटिक मशीन के स्क्रीन खराब हुई तीन महीनों से डिस्पोजल में कचरे का काम मैनुअली करवाया जा रहा है, जिसकी वजह से शहर की आधी कॉलोनियां तेलीवाड़ा हनुमान ढाणी दादरी गेट दिनोद गेट देवसर सिंह इत्यादि सीवरेज की समस्या के चपेट में आ गई है। हमने विभागीय तौर पर रिपोर्ट बनाकर आगे भेज दी है वो ठेकेदार को इसे ठीक कराने के लिए कहा गया है अगर वह इसे ठीक नहीं करता तो ठेकेदार पर तकरीबन जुर्माना लगाया जाएगा।
बाइट : घनश्याम सर्राफ विधायक व आरके मुंजाल एसडीओ डिस्पोजल प्लांट।
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