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भिवानीः 'किसान कपास में एक ही तरह के कीटनाशकों का उपयोग करें' - cotton farming bhiwani

भिवानी में कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों के खेतों में जाकर खराब हुई कपास की फसल का जायजा लिया. इस दौरान कपास की फसल में लग रही सफेद मक्खी और जड़गलन रोगों के बारे में किसानों को जानकारी दी गई.

भिवानी में कपास की फसल का कृषि विभाग के अधिकारियों ने किया निरीक्षण
भिवानी में कपास की फसल का कृषि विभाग के अधिकारियों ने किया निरीक्षण
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Published : Sep 2, 2020, 3:37 PM IST

भिवानी: जिले में कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा अलग-अलग टीमें गठित करके किसानों की कपास फसल का जायजा लिया जा रहा है. इस दौरान किसानों को फसल उपचार के बारे में जानकारी भी दी जा रही है.

कृषि विकास अधिकारी डॉ. राजीव भाटिया ने बताया कि विभाग द्वारा किसानों की खराब हुई फसल का जायजा लेने के लिए और किसानों को फसल उपचार के बारे में जानकारी देने के लिए बैठकें आयोजित की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि सफेद मक्खी, उखेड़ा, जड़गलन के रोगों के चलते कपास की फसल खराब हो रही है.

कृषि विकास अधिकारी डॉ. राजीव भाटिया ने बताया कि किसानों को अपनी कपास की फसल में विभिन्न कीटनाशकों को मिलाकर छिड़काव करने के बजाए एक किस्म की दवाई का ही स्प्रे करना चाहिए. किसानों को जमीन की उपजाऊ शक्ति बरकरार रखने के लिए रसायनिक उर्वरकों के स्थान पर जैविक एवं गोरब खाद का प्रयोग करना चाहिए.

ये भी पढ़ें: बाजरे की फसल की खरीद के लिए 'मेरी फसल मेरा ब्योरा' पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन जरूरी

भिवानी: जिले में कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा अलग-अलग टीमें गठित करके किसानों की कपास फसल का जायजा लिया जा रहा है. इस दौरान किसानों को फसल उपचार के बारे में जानकारी भी दी जा रही है.

कृषि विकास अधिकारी डॉ. राजीव भाटिया ने बताया कि विभाग द्वारा किसानों की खराब हुई फसल का जायजा लेने के लिए और किसानों को फसल उपचार के बारे में जानकारी देने के लिए बैठकें आयोजित की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि सफेद मक्खी, उखेड़ा, जड़गलन के रोगों के चलते कपास की फसल खराब हो रही है.

कृषि विकास अधिकारी डॉ. राजीव भाटिया ने बताया कि किसानों को अपनी कपास की फसल में विभिन्न कीटनाशकों को मिलाकर छिड़काव करने के बजाए एक किस्म की दवाई का ही स्प्रे करना चाहिए. किसानों को जमीन की उपजाऊ शक्ति बरकरार रखने के लिए रसायनिक उर्वरकों के स्थान पर जैविक एवं गोरब खाद का प्रयोग करना चाहिए.

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