अंबाला: ये तस्वीरें अंबाला छावनी बस अड्डे की हैं. जहां रोजगार की तलाश में एक बार फिर से भारी संख्या में यूपी और बिहार के प्रवासी मजदूरों (migrant labourers ambala bus station) का आना शुरू हो चुका है. अंबाला छावनी बस अड्डे से यूपी और बिहार से आने वालों के लिए स्पेशल बसें भी चलाई जा रही हैं, लेकिन इन सबके बीच ये डर सताने लगा है कि कहीं ये प्रवासी मजदूर कोरोना कैरियर बनकर कोरोना के घटते मामलों में इजाफा न कर दें क्योंकि अधिकतर प्रवासी मजदूरों ने कोरोना वैक्सीन नहीं लगाई है और ना ही वो कोरोना टेस्ट कराने के बाद अंबाला आए हैं.
काम की तलाश में अंबाला आ रहे प्रवासी
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वो रोजगार की तलाश में अंबाला आए हैं. इस दौरान ऐसे कई प्रवासी मजदूर मिले जो बिना वैक्सीन लगाए अंबाला आए थे. उन्होंने बताया कि अभी उनसे ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लग रही है, लेकिन वो जल्द ही वैक्सीन लगा लगेंगे.
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वो बस से सफर कर अंबाला आए हैं. सफर के दौरान स्वास्थ्य विभाग या फिर प्रशासन की ओर से उनकी कोई जांच नहीं की गई. जब इस बार में ईटीवी भारत की टीम ने अंबाला बस अड्डा इंचार्ज रामफल से बात की तो उन्होंने बताया कि यूपी बॉर्डर तक अंबाला रोडवेज की बसें चल रही हैं और बीते कुछ दिनों से भारी संख्या में यूपी और बिहार से प्रवासी मजदूर अंबाला रहे हैं.
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अंबाला बस अड्डा इंचार्ज रामफल ने बताया कि ज्यादातर प्रवासी मजदूर पंजाब और हिमाचल का रुख कर रहे हैं. इसके अलावा अंबाला स्थित फैक्ट्री में काम के लिए भी ये प्रवासी मजदूर जा रहे हैं. प्रवासी मजदूरों की ज्यादा संख्या को देखते हुए बसों की संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है.
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जब इस पूरे मामले पर अंबाला रोडवेज डिपो के महाप्रबंधक मुनिश सहगल से बात की गई तो उन्होंने सुनिश्चित किया कि वो जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इस बारे अवगत करवाएंगे ताकि समय रहते प्रवासी मजदूरों की चेकिंग की जा सके.
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