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मुलाना में अभी भी नहीं हुए हालात समान्य, जानें Etv संवाददाता से कश्मीरी छात्र ने क्या कहा

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Published : Feb 19, 2019, 9:01 AM IST

प्रशासन ने न सिर्फ मुलाना गांव में बल्कि यूनिवर्सिटी कैंपस के चप्पे-चप्पे में पुलिस तैनात कर रखी है ताकि किसी भी प्रकार की तनावपूर्ण स्थिति से निपटा जा सके लेकिन इस सब के बावजूद न सिर्फ कश्मीरी विद्यार्थी बल्कि जम्मू के विद्यार्थी भी पलायन कर रहे हैं.

स्थिति का जायजा लेते पुलिसकर्मी.

अंबाला: जम्‍मू-कश्‍मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद देशवासियों में गम और गुस्‍सा है. इन सबके बीच अंबाला में एक ऐसी घटना ने तूल पकड़ लिया है. प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद महर्षि मारकंडेश्वर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र छात्राओं का पलायन कश्मीर के लिए बदस्तूर जारी.

प्रशासन ने न सिर्फ मुलाना गांव में बल्कि यूनिवर्सिटी कैंपस के चप्पे-चप्पे में पुलिस तैनात कर रखी है ताकि किसी भी प्रकार की तनावपूर्ण स्थिति से निपटा जा सके लेकिन इस सब के बावजूद ना सिर्फ कश्मीरी विद्यार्थी बल्कि जम्मू के विद्यार्थी भी पलायन कर रहे हैं.

हालांकि अधिकारियों की मानें तो उनके हिसाब से स्थिति कंट्रोल में है और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना की अभी तक कोई सूचना नहीं है. एसडीएम बराड़ा गिरीश चावला ने बताया कि मुलाना गांव की वायरल हुई वीडियो के बाद से हमने सभी विद्यार्थियों को जो मुलाना में रह रहे थे. उन्हें यूनिवर्सिटी के हॉस्टल नंबर 11 और 12 में शिफ्ट कर दिया है.

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उन्होंने बताया कि लगभग 400 के करीब जम्मू कश्मीर के विद्यार्थी यहां पढ़ते हैं जिनमें से 110 मुलाना गांव में किराए के मकान में रह रहे थे. उन्हें भी यहां शिफ्ट कर दिया गया है इसके अलावा पूरे निवर्सिटी कैंपस के अंदर लगभग 250 के करीब पुलिस तैनात की हुई है और स्थिति पूरी कंट्रोल में है.

गिरीश ने बताया कि हमारे रिकॉर्ड के मुताबिक अभी तक कुल 30 विद्यार्थी यूनिवर्सिटी अधिकारियों से परमिशन लेकर अपने घर के लिए रवाना हो चुके हैं. इसी बीच जब डीएसपी सुधीर तनेजा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे रिकॉर्ड के हिसाब से लगभग 48 बच्चे यूनिवर्सिटी से जा चुके हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि कल हुई दो छुटपुट वारदातों में हमने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और उस पर कार्रवाई की जा रही है.

इन तमाम मुद्दों पर जब हमारे संवाददाता ने कश्मीरी विद्यार्थी मुनीब से बात कि तो उन्होंने बताया कि लगभग 400 के करीब जम्मू एंड कश्मीर के विद्यार्थी एमएमयू में पढ़ते हैं. जिनमें से लगभग 85% विद्यार्थी यूनिवर्सिटी से रवाना हो चुके हैं. अपने घरों के लिए साथ ही उन्होंने बताया कि वे सभी मोहाली के सुहाना इलाके में गुरुद्वारे में शरण लिए हुए हैं. जहां उन्हें खालसा ग्रुप के कुछ लोग और साथ ही चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट बॉडीज उनके आने जाने के प्रबंध करवा रही है. इसके अलावा बहुत से कश्मीरी छात्र छात्राएं देहरादून से भी यहां आ रहे हैं.

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मुनीब ने बताया कि अंबाला प्रशासन और पुलिस हर वक्त उनकी सुरक्षा के लिए तैनात हैं, लेकिन ऐसे माहौल में वो सहज महसूस नहीं कर रहे और ना ही उनके परिवार वाले जिसके चलते व कश्मीर जाने को मजबूर हैं. उन्होंने बताया कि जब तक हालात नॉर्मल नहीं होते वो वापस नहीं आएंगे और इस बारे में अभी वह कुछ कह नहीं सकते.

बता दें कि 15 फरवरी को सरपंच की तरफ से कुछ कश्‍मीरों छात्रों को 24 घंटे के भीतर गांव छोड़ने की चेतावनी दी गई है. मुलाना गांव के सरपंच का आरोप है कि अंबाला की महर्षि मारकंडेश्वर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले इन कश्मीरी छात्रों के तार आतंकी संगठनों से जुड़े हैं. सरपंच और बजरंग दल ने इस मामले से जुड़ी कुछ तस्‍वीरें पुलिस को सौंपी हैं. ये तस्‍वीरें फेसबुक पर पोस्‍ट की गई थीं.


अंबाला: जम्‍मू-कश्‍मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद देशवासियों में गम और गुस्‍सा है. इन सबके बीच अंबाला में एक ऐसी घटना ने तूल पकड़ लिया है. प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद महर्षि मारकंडेश्वर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र छात्राओं का पलायन कश्मीर के लिए बदस्तूर जारी.

प्रशासन ने न सिर्फ मुलाना गांव में बल्कि यूनिवर्सिटी कैंपस के चप्पे-चप्पे में पुलिस तैनात कर रखी है ताकि किसी भी प्रकार की तनावपूर्ण स्थिति से निपटा जा सके लेकिन इस सब के बावजूद ना सिर्फ कश्मीरी विद्यार्थी बल्कि जम्मू के विद्यार्थी भी पलायन कर रहे हैं.

हालांकि अधिकारियों की मानें तो उनके हिसाब से स्थिति कंट्रोल में है और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना की अभी तक कोई सूचना नहीं है. एसडीएम बराड़ा गिरीश चावला ने बताया कि मुलाना गांव की वायरल हुई वीडियो के बाद से हमने सभी विद्यार्थियों को जो मुलाना में रह रहे थे. उन्हें यूनिवर्सिटी के हॉस्टल नंबर 11 और 12 में शिफ्ट कर दिया है.

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उन्होंने बताया कि लगभग 400 के करीब जम्मू कश्मीर के विद्यार्थी यहां पढ़ते हैं जिनमें से 110 मुलाना गांव में किराए के मकान में रह रहे थे. उन्हें भी यहां शिफ्ट कर दिया गया है इसके अलावा पूरे निवर्सिटी कैंपस के अंदर लगभग 250 के करीब पुलिस तैनात की हुई है और स्थिति पूरी कंट्रोल में है.

गिरीश ने बताया कि हमारे रिकॉर्ड के मुताबिक अभी तक कुल 30 विद्यार्थी यूनिवर्सिटी अधिकारियों से परमिशन लेकर अपने घर के लिए रवाना हो चुके हैं. इसी बीच जब डीएसपी सुधीर तनेजा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे रिकॉर्ड के हिसाब से लगभग 48 बच्चे यूनिवर्सिटी से जा चुके हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि कल हुई दो छुटपुट वारदातों में हमने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और उस पर कार्रवाई की जा रही है.

इन तमाम मुद्दों पर जब हमारे संवाददाता ने कश्मीरी विद्यार्थी मुनीब से बात कि तो उन्होंने बताया कि लगभग 400 के करीब जम्मू एंड कश्मीर के विद्यार्थी एमएमयू में पढ़ते हैं. जिनमें से लगभग 85% विद्यार्थी यूनिवर्सिटी से रवाना हो चुके हैं. अपने घरों के लिए साथ ही उन्होंने बताया कि वे सभी मोहाली के सुहाना इलाके में गुरुद्वारे में शरण लिए हुए हैं. जहां उन्हें खालसा ग्रुप के कुछ लोग और साथ ही चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट बॉडीज उनके आने जाने के प्रबंध करवा रही है. इसके अलावा बहुत से कश्मीरी छात्र छात्राएं देहरादून से भी यहां आ रहे हैं.

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मुनीब ने बताया कि अंबाला प्रशासन और पुलिस हर वक्त उनकी सुरक्षा के लिए तैनात हैं, लेकिन ऐसे माहौल में वो सहज महसूस नहीं कर रहे और ना ही उनके परिवार वाले जिसके चलते व कश्मीर जाने को मजबूर हैं. उन्होंने बताया कि जब तक हालात नॉर्मल नहीं होते वो वापस नहीं आएंगे और इस बारे में अभी वह कुछ कह नहीं सकते.

बता दें कि 15 फरवरी को सरपंच की तरफ से कुछ कश्‍मीरों छात्रों को 24 घंटे के भीतर गांव छोड़ने की चेतावनी दी गई है. मुलाना गांव के सरपंच का आरोप है कि अंबाला की महर्षि मारकंडेश्वर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले इन कश्मीरी छात्रों के तार आतंकी संगठनों से जुड़े हैं. सरपंच और बजरंग दल ने इस मामले से जुड़ी कुछ तस्‍वीरें पुलिस को सौंपी हैं. ये तस्‍वीरें फेसबुक पर पोस्‍ट की गई थीं.


Intro:प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद पुलवामा में हुए सीआरपीएफ के जवानों पर कायराना हमले के बाद से अंबाला की महर्षि मारकंडेश्वर यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र छात्राओं का पलायन कश्मीर के लिए बदस्तूर जारी।


Body:बता दें कि 15 फरवरी को अंबाला के गांव मुलाना के सरपंच नरेश कुमार द्वारा लाउडस्पीकर के अंदर कश्मीरी छात्र छात्राओं द्वारा सीआरपीएफ के जवानों के मारे जाने के बाद खुशियां मनाने को लेकर दिए गए अल्टीमेटम के बाद प्रशासन ने बीच-बचाव कर सभी मुलाना गांव में रहने वाले छात्र-छात्राओं को यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में शिफ्ट कर दिया लेकिन तनाव पूर्ण स्थिति होने के चलते कश्मीरी छात्र-छात्राओं का पलायन जारी है।

प्रशासन ने न सिर्फ मुल्लाना गांव में बल्कि यूनिवर्सिटी कैंपस के चप्पे-चप्पे में पुलिस तैनात कर रखी है ताकि किसी भी प्रकार की तनावपूर्ण स्थिति से निपटा जा सके लेकिन इस सब के बावजूद न सिर्फ कश्मीरी विद्यार्थी बल्कि जम्मू के विद्यार्थी भी पलायन कर रहे हैं।

हालांकि अधिकारियों की मानें तो उनके हिसाब से स्थिति कंट्रोल में है और किसी तरह की कोई अप्रिय घटना की अभी तक कोई सूचना नहीं है।

एसडीएम बराड़ा गिरीश चावला ने बताया कि मुलाना गांव की वायरल हुई वीडियो के बाद से हमने सभी विद्यार्थियों को जो मुलाना में रह रहे थे उन्हें यूनिवर्सिटी के हॉस्टल नंबर 11 और 12 में शिफ्ट कर दिया है। उन्होंने बताया कि लगभग 400 के करीब जम्मू कश्मीर के विद्यार्थी यहां पढ़ते हैं जिनमें से 110 मुलाना गांव में किराए के मकान में रह रहे थे उन्हें भी यहां शिफ्ट कर दिया गया है इसके अलावा पूरे निवर्सिटी कैंपस के अंदर लगभग 250 के करीब पुलिस तैनात की हुई है और स्थिति पूरी कंट्रोल में है।

गिरीश ने बताया कि हमारे रिकॉर्ड के मुताबिक अभी तक कुल 30 विद्यार्थी यूनिवर्सिटी अधिकारियों से परमिशन लेकर अपने घर के लिए रवाना हो चुके हैं।

बाइट-गिरीश चावला, एसडीएम बराड़ा

इसी बीच जब डीएसपी सुधीर तनेजा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे रिकॉर्ड के हिसाब से लगभग 48 बच्चे यूनिवर्सिटी से जा चुके हैं साथ ही उन्होंने बताया कि कल हुई दो छुटपुट वारदातों में हमने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और उस पर कार्यवाही की जा रही है।

इन तमाम मुद्दों पर जब हमारे संवाददाता ने कश्मीरी विद्यार्थी मुनीब से बात करी तुम उन्हीं ने बताया कि लगभग 400 के करीब जम्मू एंड कश्मीर के विद्यार्थी एमएमयू में पढ़ते हैं जिनमें से लगभग 85% विद्यार्थी यूनिवर्सिटी से रवाना हो चुके हैं अपने घरों के लिए साथ ही उन्होंने बताया कि वे सभी मोहाली के सुहाना इलाके में गुरुद्वारे में शरण लिए हुए हैं जहां उन्हें खालसा ग्रुप के कुछ लोग और साथ ही चंडीगढ़ ग्रुप आफ कॉलेज और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट बॉडीज उनके आने जाने के प्रबंध करवा रही है इसके अलावा बहुत से कश्मीरी छात्र छात्राएं देहरादून से भी यहां आ रहे हैं।

मुनीब ने बताया कि अंबाला प्रशासन और पुलिस हर वक्त उनकी सुरक्षा के लिए तैनात हैं लेकिन ऐसे माहौल में व सहज महसूस नहीं कर रहे और ना ही उनके परिवार वाले जिसके चलते व कश्मीर जाने को मजबूर हैं।

उन्होंने बताया कि जब तक हालात नॉर्मल नहीं होते वह वापस नहीं आएंगे और इस बारे में अभी वह कुछ कह नहीं सकते।

मुनीब कॉल रिकॉर्डिंग




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