अंबाला: केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि बिल पर संग्राम जारी है. भारतीय किसान यूनियन समेत कई किसान संगठनों ने आज भारत बंद का एलान किया है. जिसका असर हरियाणा के कई जिलों में भी देखा जा रहा है. अगर बात अंबाला की करें तो यहां भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है.
एशिया की सबसे बड़ी होलसेल कपड़ा मार्केट में कई दुकानें खुली तो कई बंद हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान व्यापारियों ने कहा कि हम लोग पहले से ही कोरोना महामारी के चलते काफी घाटे से गुजर रहे हैं. जिसके चलते हम अपनी दुकानें बंद नहीं करेंगे. किसानों को अगर कृषि अध्यादेश से कोई शिकायत है तो वो सरकार और प्रशासन से मिलें.
व्यापारियों ने कहा कि उन्हें अभी तक अंबाला व्यापार मंडल की ओर से किसी तरीके का कोई निर्देश दुकानें बंद करने का नहीं मिला है. निर्देश मिलने के बाद ही वो अपनी दुकानें बंद करेंगे.
सुरजेवाला ने किया भारत बंद का आह्वान
दूसरी तरफ कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी वीडियो जारी कर देशवासियों से भारत बंद में शामिल होने की अपील की है. रणदीप सुरजेवाला ने भारत बंद में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा कि मोदी जी कसमे तो किसानों की खातें हैं, लेकिन दोस्ती अपने पूंजीपति दोस्तों से निभाते हैं. सरकार ने हरित क्रांति पर हमला बोला है. ये वक्त देश के अन्नदाताओं के साथ खड़े होने का है.
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गौरतलब है कि संसद से पारित हुए कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों में आक्रोश है. पंजाब और हरियाणा के अलावा देशभर के कई किसान संगठन आज भारत बंद का आह्वान करते हुए सड़क पर उतरे हैं. विधेयकों के प्रावधानों के खिलाफ किसान सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. कई किसान संगठनों का कहना है कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को किसानों का कानूनी अधिकार घोषित करे. इसके अलावा भी कई प्रावधानों को लेकर किसानों में असंतोष है.