अंबाला: प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बयान ने खुद उनकी और उनकी ही सरकार में वित्त मंत्री रहे कैप्टन अभिमन्यु की कार्य प्रणाली को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. एक कार्यक्रम में सीएम ने कहा था कि "पिछली बार खजाने की चाबी किसी और के पास थी. उन्हें पता ही नहीं चला कि क्या आ रहा है और क्या जा रहा.
इस मुद्दे पर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज अपने ही अंदाज में जवाब देते नजर आए. विज ने तंज कसने के अंदाज में कहा कि सीएम अपने बारे में कह रहे हैं या पूर्व वित्त मंत्री या कोई और इसके बारे में अंदाजा नहीं लगा सकता. वहीं विज ने कहा कि सीएम के कहने का मतलब ये था कि पिछली बार वो नए थे.
प्रदेश में हुई भारी बारिश में किसानों के नुकसान की भरपाई को लेकर विपक्ष काफी हल्ला कर रहा है. इस मुद्दे पर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने अपनी सरकार की जमकर तारीफ की. विज ने इस दौरान विपक्ष के बयानों का करारा जवाब दिया. विज ने कहा कि विपक्ष सिर्फ हो हल्ला करना जनता है. उनकी सरकार ने जितना मुआवजा किसानों को दिया है उतना किसी सरकार ने नहीं दिया.
मास्क और सैनिटाइजर की कमी
कोरोना वायरस के खतरे को लेकर इन दिनों प्रदेश के मेडिकल स्टोर्स पर मास्क और सेनिटाइजर की कमी चल रही है जिसकी वजह से मेडिकल संचालक मनमर्जी के रेट वसूल रहे हैं. इस पर जब गृह मंत्री अनिल विज से बात की गई तो उन्होंने कहा कि लोग एहतियातन मास्क पहन रहे हैं. अगर हर कोई मास्क पहनकर घूमेगा तो ये तो मार्केट का नियम है. जब डिमांड बढ़ेगी तो सप्लाई पर भी असर पड़ता है.
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ग्रसित लोग ही पहनें मास्क
साथ ही विज ने कहा कि कोरोना को लेकर बहुत ज्यादा भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि मास्क केवल उन्हीं लोगों के लिए जरूरी हैं जिनको कोरोना वायरस से ग्रसित हैं या फिर मेडिकल स्टाफ.