अंबाला: कोरोना वायरस (coronavirus) के साथ ब्लैक फंगस (black fungus) के मरीज भी अब रोजाना मिलने लगे हैं. इसी बीच सरकार ब्लैक फंगस से निपटने की तैयारी कर रही है. वहीं अब हरियाणा सरकार को बड़ा झटका लगा है. ब्लैक फंगस की बढ़ती डिमांड के बीच हरियाणा सरकार कंपनी से सीधा इंजेक्शन नहीं खरीद पाएगी.
दरअसल, हरियाणा सरकार (haryana government) ने ब्लैक फंगस के इंजेक्शन के लिए ग्लोबल टेंडर जारी किया था. सरकार ने सीरम कंपनी को एम्फोटेरिसिन-बी (amphotericin b injection) के 15 हजार इंजेक्शन के लिए ऑर्डर भी दे दिया था. लेकिन अब कंपनी ने इंजेक्शन देने से इंकार कर दिया है. कंपनी ने केंद्र सरकार के नियमों का हवाला देते हुए इंजेक्शन की डिलिवरी से मना कर दिया है.
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अब बताया जा रहा है कि हरियाणा सरकार को एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की सप्लाई केंद्र सरकार की ओर से होगी. हरियाणा को रोजाना 1000 से 2000 के बीच सप्लाई मिलेगी. ऐसा माना जा रहा है कि 21 जून से जब वैक्सीन की सप्लाई होगी, तभी ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की सप्लाई शुरू होगी.
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गौरतलब है कि प्रदेश में अभी तक 100 से अधिक लोगों की ब्लैक फंगस के कारण मौत हो चुकी है. जबकि 1100 से अधिक मरीज हैं जिनको रोजाना 4 इंजेक्शन दिए जाते हैं. इस समय हरियाणा को रोजाना 4 हजार के करीबन इंजेक्शन चाहिए होंगे, लेकिन केंद्र से अभी 2 हजार तक मिलने की उम्मीद है. ऐसे में इंजेक्शन की मांग कैसे पूरी होगी?
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