अंबाला: बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चौक प्राशसन की उदासीनता के चलते मजाक का पात्र बन कर रह गया है. दरअसल चौक पर लिखा हुआ स्लोगन 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' में से बेटी शब्द हट गया है. बताया जा रहा है कि इसके पीछे चौक में इस्तेमाल की गई सामग्री संदेह के घेरे में हैं.
बता दें कि पिछले करीब 20 दिनों से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चौक से बेटी शब्द गायब है, लेकिन प्रशासन इसकी कोई सुध नहीं ले रहा.
आपको बता दें कि भाजपा विधायक असीम गोयल के घर के कुछ ही दूरी पर अति व्यस्त चौक बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से बेटी शब्द 17 जनवरी, 22 जनवरी को अलग-अलग बार गायब हुआ. हालांकि इसके बाद इस शब्द को किसी तरह से वहां लगा दिया गया था, लेकिन इस महीने की शुरुआत से ही बेटी शब्द गायब है. जो कि अभी तक नहीं लगा है.
बता दें कि इस बारे में भाजपा विधायक ने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से साफ इंकार कर दिया.
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष अभय सैनी ने बताया कि उन्होंने आरटीआई के माध्यम से इस चौक के निर्माण कार्य में खर्च हुई राशि का पता लगाया. अभय सैनी ने बताया कि बेशक इस चौक के निर्माण में ₹40 लाख 94 हजार 520 रुपये का खर्च आया हो, लेकिन आरटीआई से ये भी खुलासा हुआ है कि इस चौक के जीर्णोद्धार पर जो राशि खर्च हुई वह ₹5093 हुई है. वहीं नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर सत्येंद्र ने कहा कि चौक पर से गिरे शब्दों को दोबारा लगवा दिया जाएगा.