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रोग पैदा करने वाले जीन की पहचान करेगा जीनोमिक डाटा

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Published : Sep 10, 2020, 9:23 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST

ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय विज्ञान एजेंसी सीएसआइआरओ के शोधकर्ताओं ने एक आर्टफिशल इन्टेलिजन्स आधारित प्लेटफ़ॉर्म, वेरिएंटस्पार्क के माध्यम से जीनोमिक डाटा के एक ट्रिलियन बिंदुओं को संसोधित करके विश्व में पहला स्थान हासिल किया है. यह मानव जीनोम में विशिष्ट रोग पैदा करने वाले जीन के स्थान को इंगित करने में मदद कर सकता है.

CSIRO, identify disease causing genes
रोग पैदा करने वाले जीन की पहचान करेगा जीनोमिक डाटा

सीएसआईआरओ, ऑस्ट्रेलिया : मानव जीनोम एक व्यक्ति का डीएनए का पूरा सेट है, जिसमें तीन बिलियन से अधिक डीएनए बेस जोड़े होते हैं. सीएसआइआरओ बायोइनफॉरमैटिक्स ग्रुप के लीडर डॉ. डेनिस बाउर ने कहा कि, आर्टफिशल इन्टेलिजन्स (एआई) पारंपरिक दृष्टिकोणों की तुलना में समय के एक अंश में, जटिल जीनोमिक डेटासेट का विश्लेषण करके जटिल बीमारियों की गहराई को समझ सकता है.

CSIRO, identify disease causing genes
रोग पैदा करने वाले जीन की पहचान करेगा जीनोमिक डाटा

डॉ. बाउर ने कहा कि हमारा वैरिएंटस्पार्क प्लेटफ़ॉर्म इसके लक्षणों का विश्लेषण कर सकता है, जैसे कि रोग या संवेदनशीलता और यह भी बता सकता है कि कौन सा जीन संयुक्त रूप से उन्हें पैदा कर सकता है. वेरिएंटस्पार्क का उपयोग पहले से ही यह निर्धारित करने में मदद के लिए किया जा रहा है कि जीन को हृदय रोग, मोटर न्यूरॉन रोग, मनोभ्रंश और अल्जाइमर रोग से जोड़ा जा सकता है.

टेक्नोलॉजी पत्रिका 'गिगा साइंस' में प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) द्वारा सक्षम 100,000 व्यक्तियों के सिंथेटिक डेटासेट का विश्लेषण किया.

डॉ. बाउर ने कहा कि कोई भी अन्य टेक्नोलॉजी मंच दस मिलियन से अधिक वेरिएंट और एक बार में 100 हजार नमूनों में से जीनोमिक डाटा के एक ट्रिलियन डाटा बिंदुओं को संसाधित करने में सक्षम नहीं था.

सीएसआईआरओ के ऑस्ट्रेलियाई ई-हेल्थ रिसर्च सेंटर के सीईओ डॉ. डेविड हेन्सन ने कहा कि एआई टेक्नोलॉजी, ऑस्ट्रेलिया में स्वास्थ्य सेवा के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण थीं.

डॉ. हैंसन ने यह भी कहा कि आर्टफिशल इन्टेलिजन्स जीनोमिक जानकारी को समझने का एक महत्वपूर्ण घटक है, जिसका उपयोग ऑस्ट्रेलिया और दुनिया भर में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए किया जा रहा है.

पूरे जीनोम अनुक्रमण अध्ययनों के प्रौद्योगिकी सफलताओं के बावजूद, जटिल रोगों के आणविक और आनुवंशिक उत्पत्ति को अभी भी ठीक तरीके से नहीं समझा जाता है इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि उपयुक्त निवारक उपायों के आवेदन और व्यक्तिगत उपचार अब भी मुश्किल है.

  • वेरिएंटस्पार्क को सीएसआइआरओ की डिजिटल स्वास्थ्य अनुसंधान टीम द्वारा सीएसआइआरओ की डिजिटल विशेषज्ञ शाखा, Data61 के समर्थन से ऑस्ट्रेलियाई ई-स्वास्थ्य अनुसंधान केंद्र में विकसित किया गया था.
  • यह पहले मशीन-लर्निंग आधारित स्वास्थ्य प्रोडक्ट में से एक है, जो दुनिया भर के शोधकर्ताओं को उपचार विकसित करने और अनुसंधान क्षमताओं में तेजी लाने के लिए महत्वपूर्ण डाटा का उपयोग करने की अनुमति देता है, जो कि अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) मार्केटप्लेस पर उपलब्ध है.

पढ़ेः फंडोः गूगल ने लॉन्च किया आभासी घटनाओं और अनुभवों के लिए एक मंच

सीएसआईआरओ, ऑस्ट्रेलिया : मानव जीनोम एक व्यक्ति का डीएनए का पूरा सेट है, जिसमें तीन बिलियन से अधिक डीएनए बेस जोड़े होते हैं. सीएसआइआरओ बायोइनफॉरमैटिक्स ग्रुप के लीडर डॉ. डेनिस बाउर ने कहा कि, आर्टफिशल इन्टेलिजन्स (एआई) पारंपरिक दृष्टिकोणों की तुलना में समय के एक अंश में, जटिल जीनोमिक डेटासेट का विश्लेषण करके जटिल बीमारियों की गहराई को समझ सकता है.

CSIRO, identify disease causing genes
रोग पैदा करने वाले जीन की पहचान करेगा जीनोमिक डाटा

डॉ. बाउर ने कहा कि हमारा वैरिएंटस्पार्क प्लेटफ़ॉर्म इसके लक्षणों का विश्लेषण कर सकता है, जैसे कि रोग या संवेदनशीलता और यह भी बता सकता है कि कौन सा जीन संयुक्त रूप से उन्हें पैदा कर सकता है. वेरिएंटस्पार्क का उपयोग पहले से ही यह निर्धारित करने में मदद के लिए किया जा रहा है कि जीन को हृदय रोग, मोटर न्यूरॉन रोग, मनोभ्रंश और अल्जाइमर रोग से जोड़ा जा सकता है.

टेक्नोलॉजी पत्रिका 'गिगा साइंस' में प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) द्वारा सक्षम 100,000 व्यक्तियों के सिंथेटिक डेटासेट का विश्लेषण किया.

डॉ. बाउर ने कहा कि कोई भी अन्य टेक्नोलॉजी मंच दस मिलियन से अधिक वेरिएंट और एक बार में 100 हजार नमूनों में से जीनोमिक डाटा के एक ट्रिलियन डाटा बिंदुओं को संसाधित करने में सक्षम नहीं था.

सीएसआईआरओ के ऑस्ट्रेलियाई ई-हेल्थ रिसर्च सेंटर के सीईओ डॉ. डेविड हेन्सन ने कहा कि एआई टेक्नोलॉजी, ऑस्ट्रेलिया में स्वास्थ्य सेवा के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण थीं.

डॉ. हैंसन ने यह भी कहा कि आर्टफिशल इन्टेलिजन्स जीनोमिक जानकारी को समझने का एक महत्वपूर्ण घटक है, जिसका उपयोग ऑस्ट्रेलिया और दुनिया भर में स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए किया जा रहा है.

पूरे जीनोम अनुक्रमण अध्ययनों के प्रौद्योगिकी सफलताओं के बावजूद, जटिल रोगों के आणविक और आनुवंशिक उत्पत्ति को अभी भी ठीक तरीके से नहीं समझा जाता है इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि उपयुक्त निवारक उपायों के आवेदन और व्यक्तिगत उपचार अब भी मुश्किल है.

  • वेरिएंटस्पार्क को सीएसआइआरओ की डिजिटल स्वास्थ्य अनुसंधान टीम द्वारा सीएसआइआरओ की डिजिटल विशेषज्ञ शाखा, Data61 के समर्थन से ऑस्ट्रेलियाई ई-स्वास्थ्य अनुसंधान केंद्र में विकसित किया गया था.
  • यह पहले मशीन-लर्निंग आधारित स्वास्थ्य प्रोडक्ट में से एक है, जो दुनिया भर के शोधकर्ताओं को उपचार विकसित करने और अनुसंधान क्षमताओं में तेजी लाने के लिए महत्वपूर्ण डाटा का उपयोग करने की अनुमति देता है, जो कि अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) मार्केटप्लेस पर उपलब्ध है.

पढ़ेः फंडोः गूगल ने लॉन्च किया आभासी घटनाओं और अनुभवों के लिए एक मंच

Last Updated : Feb 16, 2021, 7:31 PM IST
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