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अमेरिका ने चीन से कहा- पाकिस्तान पर 'अनुचित व उत्पीड़क' कर्ज का बोझ कम हो

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Published : May 21, 2020, 1:32 PM IST

महात्वाकांक्षी परियोजना 'चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी)' पर अमेरिका ने एक बार फिर चीन को निशाने पर लिया है. अमेरिका की तरफ से कहा गया है कि सीपीईसी जैसी परियोजना में पारदर्शिता का अभाव साफ झलकता है, इस परियोजना में चीन को सीधा लाभ होता हुआ दिखाई पड़ रहा है.

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एलिस वेल्स

वॉशिंगटन : अमेरिका ने बुधवार को चीन से कहा कि वह पाकिस्तान को दिए गए 'अनुचित और उत्पीड़क' कर्ज के बोझ को कम करने के उपाय करे.

दक्षिण और मध्य एशिया के लिए विदेश विभाग की कार्यवाहक सहायक मंत्री एलिस वेल्स ने संवाददाताओं से कहा कि चाहें चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) हो या कोई दूसरी सहायता हो, अमेरिका हमेशा ऐसे निवेश का समर्थन करता है जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार हो, पर्यावरण को बेहतर बनाता हो और जिससे क्षेत्रीय लोगों को फायदा होता हो.

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, 'मैंने सीपीईसी को लेकर अमेरिकी सरकार की चिंताओं का उल्लेख किया है, इस परियोजना में पारदर्शिता का अभाव है और चीनी संगठनों को अनुचित दर पर लाभ मिल रहा है.'

यह भी पढ़ें- पोम्पिओ की चीन को चेतावनी- हांगकांग की स्वायत्तता, स्वतंत्रता में दखल न दें

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि कोविड-19 जैसे संकट के समय, जब दुनिया अर्थव्यवस्था के बंद होने के नतीजों के जूझ रही है, चीन के लिए यह जरूरी है कि वह इस उत्पीड़क, बोझिल और अनुचित कर्ज के बोझ को कम करने के लिए कदम उठाए.'

वेल्स ने कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि चीन या तो कर्ज माफ करेगा या उसका पुनर्गठन करेगा.

वॉशिंगटन : अमेरिका ने बुधवार को चीन से कहा कि वह पाकिस्तान को दिए गए 'अनुचित और उत्पीड़क' कर्ज के बोझ को कम करने के उपाय करे.

दक्षिण और मध्य एशिया के लिए विदेश विभाग की कार्यवाहक सहायक मंत्री एलिस वेल्स ने संवाददाताओं से कहा कि चाहें चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) हो या कोई दूसरी सहायता हो, अमेरिका हमेशा ऐसे निवेश का समर्थन करता है जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार हो, पर्यावरण को बेहतर बनाता हो और जिससे क्षेत्रीय लोगों को फायदा होता हो.

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, 'मैंने सीपीईसी को लेकर अमेरिकी सरकार की चिंताओं का उल्लेख किया है, इस परियोजना में पारदर्शिता का अभाव है और चीनी संगठनों को अनुचित दर पर लाभ मिल रहा है.'

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उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि कोविड-19 जैसे संकट के समय, जब दुनिया अर्थव्यवस्था के बंद होने के नतीजों के जूझ रही है, चीन के लिए यह जरूरी है कि वह इस उत्पीड़क, बोझिल और अनुचित कर्ज के बोझ को कम करने के लिए कदम उठाए.'

वेल्स ने कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि चीन या तो कर्ज माफ करेगा या उसका पुनर्गठन करेगा.

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