रोहतक: एमडीयू व संबद्ध काॅलेजों में एमए राजनीति विज्ञान में प्रवेश (MDU Political Science Entrance Exam) के लिए 25 अगस्त को प्रवेश परीक्षा हुई थी. इस प्रवेश परीक्षा में हरियाणा के विभिन्न जिलों के करीब 1900 विद्यार्थी शामिल हुए. लेकिन इस प्रवेश परीक्षा में जो प्रश्न पत्र आया था, वह वर्ष 2021 का हूबहू था. सभी 100 प्रश्न पिछले वर्ष हुई प्रवेश परीक्षा वाले ही थे. एमडीयू ने अभी हाल ही में प्रवेश परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया. इसे लेकर छात्र नेता धर्मेंद्र हुड्डा ने रोहतक कोर्ट में याचिका दायर कर दी.
छात्र नेता धर्मेंद्र भी इस प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे. कोर्ट ने एमडीयू से इस बारे में जवाब मांगा. इसके चलते एमडीयू प्रशासन ने एमए राजनीति विज्ञान की प्रवेश काउंसलिंग आगामी आदेशों तक स्थगित कर दी. यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि एडमिशन काउंसलिंग का रिवाइज्ड शेड्यूल जल्द ही यूनिवर्सिटी वेबसाइट पर उपलब्ध होगा. छात्र नेता धर्मेंद्र हुड्डा ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर एमडीयू प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए.
धर्मेंद्र हुड्डा ने कहा कि यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने अपने नजदीकियों के प्रवेश के लिए ही पिछले वर्ष का प्रश्न पत्र इस बार दे दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रश्न पत्र 50 हजार रूपए में बेचा गया. 4 विद्यार्थियों के प्रवेश परीक्षा में 98 नंबर आए हैं जबकि 90 से ज्यादा नंबर वाले 50 विद्यार्थी हैं. उन्होंने कहा कि एमडीयू में जब से प्रवेश परीक्षा आरंभ हुई हैं, इतने ज्यादा नंबर कभी भी नहीं आए. किसी अन्य विभाग की प्रवेश परीक्षा में भी किसी विद्यार्थी के इतने नंबर नहीं आए. उन्होंने प्रवेश परीक्षा दोबारा आयोजित कराने और दोषी अधिकारियों व शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की.
उधर, एमडीयू के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर बीएस सिंधु ने छात्र नेता की ओर से लगाए गए तमाम आरोपियों को सिरे से नकार दिया है. हालांकि उन्होंने माना कि प्रवेश परीक्षा का पेपर सेट करने में गलती हुई है. जिसकी जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही प्रवेश परीक्षा के बारे में निर्णय लिया जाएगा. खुद पर लगे आरोपों पर परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में उनकी कोई भूमिका नहीं है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि छात्र नेता ने प्रवेश परीक्षा पर पहले सवाल नहीं उठाए लेकिन अब परिणाम घोषित होने के बाद सवाल उठाए जा रहे हैं.