रोहतक: हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी सरकार पर एक बार फिर हमला बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा अपराधियों का गढ़ बन गया है. रिकॉर्ड अपराध की वजह से निवेश घटा है और बेरोजगारी व नशा बढ़ गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी-जेजेपी सरकार ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था का दिवाला निकाल दिया और इसे अपराधियों का गढ़ बना दिया है. आज प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है. ना आम आदमी और न ही विधायक. हालात ऐसे हो चले हैं कि एक हफ्ते के भीतर सूबे के तीन-तीन विधायकों को जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. इनमें खुद भाजपा विधायक संजय सिंह (सोहना) भी शामिल हैं.
पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि इनके अलावा कांग्रेस विधायक रेणु बाला और सुरेंद्र पवार को भी बदमाशों ने धमकी दी है. हुड्डा ने सभी विधायकों के लिए उचित सुरक्षा व धमकी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. पूर्व मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश में बदमाशों का हौसला सातवें आसमान पर पहुंच चुका है. आम जनता खौफजदा है जबकि अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं. कई बार देखा गया है कि अन्य राज्यों में वारदात करके बदमाश हरियाणा में आकर शरण लेते हैं, क्योंकि यहां वो खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं.
हुड्डा ने कहा कि पिछले कुछ सालों से एनसीआरबी के आंकड़े खुद सरकार की कार्यशैली को उजागर कर रहे हैं. आंकड़े बताते हैं कि हरियाणा में रोज 3 से 4 हत्या, लगभग आधा दर्जन रेप, दर्जनभर अपहरण और 100 से ज्यादा चोरी, लूट, डकैती, फिरौती की वारदातें होती हैं. नशा और दंगा-फसाद में हरियाणा ने देश के बड़े-बड़े राज्यों को पीछे छोड़ दिया है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने याद दिलाया कि वर्ष 2005 में कांग्रेस सरकार आने से पहले भी प्रदेश में ऐसे ही हालात थे. लेकिन, जैसे ही 2005 में उनकी सरकार आई, उन्होंने कानून-व्यवस्था को सुधारना अपनी प्राथमिकता बनाया.
पुलिस ने एक-एक करके सभी बदमाशों को उनके अंजाम तक पहुंचाया. बदमाश या तो हरियाणा छोड़कर चले गए या फिर सलाखों के पीछे डाल दिए गए. अपराधियों का सफाया होने के बाद प्रदेश में सुरक्षित माहौल होने की वजह से यहां जमकर निवेश आया. जिससे यहां रोजगार का सृजन हुआ और युवाओं को नौकरियां मिलीं. उन्होंने कहा कि आज हालात बिल्कुल उलट हैं. कानून-व्यवस्था का जनाजा निकल चुका है. सूबे में सुरक्षित माहौल नहीं होने की वजह से कोई यहां निवेश करने को तैयार नहीं है. उद्योग-धंधे लगातार यहां से पलायन कर रहे हैं.