पानीपत: पानीपत और सोनीपत शराब घोटाले के मामले चर्चा का विषय बने हुए हैं. बता दें कि पानीपत में 2016 में एक प्राइवेट शराब के गोदाम को सील किया गया था. जिसके बाद गोदाम के मालिक ने अपने 5 साथियों के साथ मिलकर 4500 शराब की पेटियां चुरा ली थी. वहीं अब सोनीपत और पानीपत में हुए शराब के तार जुड़े होने की बात कही जा रही है.
बता दें कि शाराब घोटाले को लेकर आबकारी विभाग को शिकायत मिली है. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए एक पुलिसकर्मी सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है.वहीं मामले की जांच कर रहे डीएसपी सतीश वत्स ने बताया कि आबकारी विभाग से शिकायत मिली थी कि गोदाम का शटर तोड़कर कुछ शराब इस लॉकडाउन के दौरान चुराई गई है.
'सोनीपत शराब घोटाले से जुड़े हो सकते हैं इस गिरोह के तार'
जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामले को खंगालना शुरू किया तो पाया कि शराब गोदाम के मालिक ईश्वर सिंह ने अपने पांच अन्य साथियों के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि सोनीपत के खरखौदा में हुए शराब घोटाले में भी यही गिरोह शामिल हो सकता है. बता दें कि पानीपत में हुए शराब घोटाले में खरखौदा के एसएचओ के शामिल होने की बात कही जा रही है. हालांकि डीएसपी सतीश वत्स ने ये भी कहा कि ये सब अभी जांच का विषय है.
उन्होंने बताया कि अभी मामले की जांच जारी है. जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. डीएसपी ने बताया कि घोटाला करने वाला कोई भी साधारण व्यक्ति हो या कोई पुलिसकर्मी जो भी इसमें सम्मिलित पाया जाएगा. सभी के खिलाफ कानूनी रूप से कार्रवाई की जाएगी.
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डीईटीसी पुनीत शर्मा ने बताया कि गोदाम को 2016 में सील किया गया था. अनियमितता होने के चलते ये कार्रवाई अमल में लाई गई थी. साथ ही 2 करोड़ 22 लाख का जुर्माना भी लगाया गया था. उसके बाद 2 बार पहले इस गोदाम में चोरी हो चुकी है. और अब शटर तोड़कर फिर शराब की पेटियां चुराई गई हैं. जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस को दी थी. उन्होंने बताया कि 2016 से 2020 तक गोदाम से 4500 पेटिया शराब की चुराई गई हैं.