नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आंबेडकर मुद्दे पर कहा कि, वे सपने में भी बाबा साहेब का अपमान नहीं कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने विपक्ष पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि, कांग्रेस संविधान और आंबेडकर विरोधी पार्टी है.
शाह ने कहा, कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर को भारत रत्न देने से रोका था. बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में शाह ने कहा कि, सच सामने आया तो कांग्रेस ने भ्रम फैलाया.बता दें कि, आंबेडकर को लेकर विपक्ष बीजेपी पर हमलावर है.
LIVE: BJP National President Shri @JPNadda and HM Shri @AmitShah jointly address a press conference at party headquarters in New Delhi. #CongressInsultsAmbedkar https://t.co/dH8FsDucq7
— BJP (@BJP4India) December 18, 2024
शाह ने कहा, राज्यसभा में मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया. इससे पहले उन्होंने पीएम मोदी के बयानों को एडिट करके सार्वजनिक किया था. शाह ने कहा कि, जब चुनाव चल रहे थे तो उनके बयान को AI का उपयोग करके संपादित किया गया था और आज वे (कांग्रेस) उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं.
शाह ने कहा, 'मैं उस पार्टी से हूं जो आंबेडकर का कभी अपमान नहीं कर सकती. पहले जनसंघ और फिर भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा आंबेडकर के सिद्धांतों पर चलने का प्रयास किया है. जब भी भारतीय जनता पार्टी सत्ता में रही, हमने अंबेडकर के सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार किया है. भारतीय जनता पार्टी ने आरक्षण को मजबूत करने का काम किया है.'
अमित शाह ने कहा कि, कांग्रेस ने अपने नेताओं को भारत रत्न दिया. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस आरक्षण विरोधी पार्टी है. उन्होंने कहा कि, आंबेडकर के मुद्दे पर बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया. उन्होंने मीडिया से आग्रह करते हुए कहा कि, उनका पूरा बयान जनता तक पहुंचाया जाए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. उन्होंने कहा कि, वे हमेशा से आंबेडकर के बताए रास्ते पर ही चले हैं. वे सपने में भी बाबा साहेब का अपमान नहीं कर सकते हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि, मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस के इस कुत्सित प्रयास का समर्थन नहीं करना चाहिए था. उन्हें दुख है कि, राहुल गांधी के दबाव में आकर वे भी इसमें शामिल हो गए.
शाह के बयान पर सियासत तेज
मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा दिए गए भाषण के बाद से संसद में सियासत तेज हो गई है. अमित शाह के भाषण के बाद कांग्रेस समेत विपक्षी दल के नेताओं ने जमकर हंगामा किया. विपक्ष का आरोप है कि गृह मंत्री ने अपने भाषण में बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान किया है.
कांग्रेस के नेताओं ने खुद ही अपने आपको भारत रत्न दिए, शाह का तंज
शाह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, जहां तक भारत रत्न देने का सवाल है, कांग्रेस के नेताओं ने कई बार खुद ही अपने आप को भारत रत्न दिए हैं.1955 में नेहरू जी ने खुद को भारत रत्न दे दिया, 1971 में इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न दे दिया. लेकिन बाबा साहेब को भारत रत्न 1990 में तब मिला जब कांग्रेस सत्ता में नहीं थी और भाजपा के समर्थन वाली सरकार थी.1990 तक कांग्रेस बाबा साहेब को भारत रत्न न मिले, इसके लिए प्रयास करती रही.यहां तक कि बाबा साहेब की 100वीं जयंती को मनाने की मनाही कर दी गई.
शाह बोले, मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया
अमित शाह बोले, कल से कांग्रेस ने फिर एक बार अपनी पुरानी पद्धति को अपनाकर, बातों को तोड़-मरोड़कर और सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर समाज में भ्रांति फैलाने का एक कुत्सित प्रयास किया है. संसद में चर्चा के दौरान ये सिद्ध हो गया कि बाबा साहेब अंबेडकर का कांग्रेस ने किस तरह से पुरजोर विरोध किया था.बाबा साहेब के न रहने के बाद भी किस प्रकार से कांग्रेस ने उन्हें हाशिये पर धकेलने का प्रयास किया.
क्या कहा था गृह मंत्री अमित शाह ने
बता दें कि संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर राज्यसभा में बहस का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को आंबेडकर को लेकर एक बयान दिया था. शाह ने कहा था कि आजकल आंबेडकर को लेकर एक फैशन सा चल पड़ा है, विपक्षी पार्टियां और उनके नेता आंबेडकर-आंबेडकर चिल्लाते रहते हैं ...अगर इतनी बार भगवान का नाम लिया होता, तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिलता. उनके इसी बयान की कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने आलोचना की है.
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