कुरुक्षेत्र: शाहाबाद की हॉकी एकेडमी जहां सैकड़ों की संख्या में खिलाड़ी आकर अभ्यास किया करते थे. वहां कोरोना वायरस के कारण बहुत कुछ बदल गया है. कोरोना संकट के बीच वर्तमान समय में खिलाड़ी एक दूसरे से दूर खड़े होकर पूरी एहतियात के साथ अभ्यास करते हैं. पहले यहां 100 बच्चे एक समय में हॉकी की प्रैक्टिस किया करते थे और अब एक समय में 18 बच्चों को ही प्रैक्टिस करने की अनुमति दी गई है.
एकेडमी के कोच अमरदीप ने बताया कि अब एक समय में 18 बच्चों को ही प्रैक्टिस करने की अनुमति दी गई है. लगभग 5 बैच बनाकर खिलाड़ियों को अभ्यास कराया जाता है. हर सामान को बार-बार सैनिटाइज किया जाता है. बॉडी टच से बचने के लिए खिलाड़ियों को दूर दूर खड़ा किया जाता है. वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए अभी कोई मैच नहीं कराया गया. मई-जून के महीने में नए खिलाड़ी भी एकेडमी में आते थे पर अब नए खिलाड़ी तो दूर पुराने भी नहीं आ रहे.
हॉकी की जूनियर कोच ने ईटीवी भारत को बताया कि खिलाड़ियों को ग्राउंड में प्रवेश के बाद पूरा सैनिटाइज किया जाता है, फिर अभ्यास कराया जाता है. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन का एक फायदा भी हुआ है. क्योंकि ज्यादा बच्चों की प्रैक्टिस में हर एक बच्चे पर बारीकी से ध्यान नहीं दिया जा सकता पर अब खिलाड़ियों के अलग-अलग बैच में सभी खिलाड़ियों पर बारीकी से ध्यान दिया जा रहा है.
आपको बता दें कि हरियाणा प्रदेश में कुरुक्षेत्र जिले के शाहाबाद खंड को हॉकी की नर्सरी कहा जाता है. यहीं से देश दुनिया में नाम करने वाले हॉकी जगत के कई बड़े खिलाड़ी निकले हैं. मौजूदा हरियाणा के खेल मंत्री और पूर्व हॉकी टीम के कप्तान संदीप सिंह और महिला हॉकी टीम की कैप्टन रानी रामपाल के अलावा बहुत से खिलाड़ी इसी हॉकी एकेडमी में अभ्यास के लिए आया करते थे.
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