ETV Bharat / city

रेहड़ी वाले को सेल्स टैक्स विभाग ने दिया था 9 करोड़ का नोटिस, अब सीएम ने दिए जांच के आदेश - 9 crore notice from the sales tax

करनाल के नेवल में पकोड़े की रेहड़ी लगाने वाले बलविंदर और सब्जी वाले सुभाष सेठी को पानीपत सेल्स टैक्स 9 करोड़ टैक्स भरने का नोटिस दिया है. सुभाष और बलविंदर रिश्ते में ससुर और दामाद हैं. इस खबर को ईटीवी भारत से प्रमुखता से दिखाया. जिसके बाद अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जांच के आदेश दिए हैं. जाने पूरा मामला

vendors get 9 crore notice from the sales tax department
ईटीवी भारत की खबर का हुआ असर
author img

By

Published : Feb 22, 2020, 8:38 PM IST

करनाल: ईटीवी भारत का खबर का असर हुआ है. करनाल के नेवल में पकोड़े की रेहड़ी लगाने वाले बलविंदर और सब्जी वाले सुभाष सेठी को पानीपत सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट ने 9 करोड़ टैक्स भरने का नोटिस दिया है. इस खबर को ईटीवी भारत से प्रमुखता से दिखाया. जिसके बाद अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जांच के आदेश दिए हैं.

ईटीवी भारत की खबर का हुआ असर, देखें वीडियो

क्या है मामला?

दरअसल श्री साईं ओवरसीज कंपनी जिसका टर्नओवर 33 करोड़ रुपये है. इस कंपनी का मालिक कागजों में सुभाष सेठी है जो असल में सब्जी की बेचता है. वहीं दूसरी कंपनी श्री बाला जी इंटरप्राइजेज है जो कि सुभाष सेठी के दामाद बलविंदर के नाम रजिस्टर है, उस कंपनी का टर्नओवर भी करोड़ों में है. बलविंद के नाम पर भी नोटिस आया है लेकिन बलविंदर नेवल इलाके में पकोड़े की रेहड़ी लगाकर दिन के 300 रुपये ही कमा पाता है. सुभाष और बलविंदर दोनों के नाम से पानीपत सेल्स टैक्स का नोटिस आया हुआ है. इस नोटिस के बाद दोनों बेहद परेशानी से गुजर रहे हैं. ये दोनों ही कंपनियां पानीपत में रजिस्टर हैं.

लोन के नाम पर लिए गए कागज

जानकारी के मुताबिक 2017 में सरकार ने जीएसटी लागू किया था तो बहुत से लोगों ने फर्जी कंपनियां बनाकर टैक्स चोरी करने की कोशिश की थी. बहुत से ठगों ने किसी और की आईडी लगा कर कंपनी खोल दी. ताकि जीएसटी में फर्जीवाड़ा किया जा सके. ठगों ने लोन दिलवाने के नाम पर रेहड़ी-फड़ी, पकोड़े बेचने वालों के नाम पर फर्जी कंपनियां खोल दीं. ठगों ने इन लोगों को लोन दिलवाने के बहाने इनसे इनकी आईडी लेकर कई दस्तावेजों पर इनके हस्ताक्षर करवा लिए. इन्हें लोन तो मिला नहीं पर 9 करोड़ रुपये का टैक्स का नोटिस मिल गया.

ईटीवी भारत ने उठाया मुद्दा

वहीं इस पूरे मामले की जानकारी लेते हुए ईटीवी भारत की टीम ने इस परिवार के दुख को समझा और इस मुद्दे को उठाया और इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता दी. इस मामले को मुख्यमंत्री के संज्ञान में डाला गया और इसके साथ ही पूरे परिवार को मुख्यमंत्री से मिलवाया गया जिसके बाद मुख्यमंत्री ने करनाल पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच करने के आदेश जारी कर दिए हैं.

सीएम ने दिए जांच के आदेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई ना हो. किसी भी गरीब इंसान को इस तरह की परेशानी ना हो और दोषियों को बख्शा ना जाए. वहीं मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस अधीक्षक करनाल को मामले की जांच करने के आदेश देने के बाद पुलिस अधीक्षक ने परिवार को मिलने के लिए बुलाया और निश्चित होकर अपना काम करने के लिए कहा.

परिवार ने जताया ईटीवी भारत का आभार

ईटीवी भारत की टीम ने फिर से पूरे परिवार से मुलाकात कर उनके दिल का हाल जाना. पूरा परिवार ईटीवी भारत का धन्यवाद करता हुआ नजर आया. उन्होंने कहा कि हमारी सुनवाई कहीं पर भी नहीं हो रही थी लेकिन मीडिया के संज्ञान में आने के बाद हमें कुछ राहत महसूस होने शुरू हो गई है. उन्होंने बार-बार ईटीवी भारत का धन्यवाद किया.

ये भी पढ़ें- चंडीगढ़ः सेक्टर 32 के पीजी में आग लगने से तीन लड़कियों की मौत

करनाल: ईटीवी भारत का खबर का असर हुआ है. करनाल के नेवल में पकोड़े की रेहड़ी लगाने वाले बलविंदर और सब्जी वाले सुभाष सेठी को पानीपत सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट ने 9 करोड़ टैक्स भरने का नोटिस दिया है. इस खबर को ईटीवी भारत से प्रमुखता से दिखाया. जिसके बाद अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जांच के आदेश दिए हैं.

ईटीवी भारत की खबर का हुआ असर, देखें वीडियो

क्या है मामला?

दरअसल श्री साईं ओवरसीज कंपनी जिसका टर्नओवर 33 करोड़ रुपये है. इस कंपनी का मालिक कागजों में सुभाष सेठी है जो असल में सब्जी की बेचता है. वहीं दूसरी कंपनी श्री बाला जी इंटरप्राइजेज है जो कि सुभाष सेठी के दामाद बलविंदर के नाम रजिस्टर है, उस कंपनी का टर्नओवर भी करोड़ों में है. बलविंद के नाम पर भी नोटिस आया है लेकिन बलविंदर नेवल इलाके में पकोड़े की रेहड़ी लगाकर दिन के 300 रुपये ही कमा पाता है. सुभाष और बलविंदर दोनों के नाम से पानीपत सेल्स टैक्स का नोटिस आया हुआ है. इस नोटिस के बाद दोनों बेहद परेशानी से गुजर रहे हैं. ये दोनों ही कंपनियां पानीपत में रजिस्टर हैं.

लोन के नाम पर लिए गए कागज

जानकारी के मुताबिक 2017 में सरकार ने जीएसटी लागू किया था तो बहुत से लोगों ने फर्जी कंपनियां बनाकर टैक्स चोरी करने की कोशिश की थी. बहुत से ठगों ने किसी और की आईडी लगा कर कंपनी खोल दी. ताकि जीएसटी में फर्जीवाड़ा किया जा सके. ठगों ने लोन दिलवाने के नाम पर रेहड़ी-फड़ी, पकोड़े बेचने वालों के नाम पर फर्जी कंपनियां खोल दीं. ठगों ने इन लोगों को लोन दिलवाने के बहाने इनसे इनकी आईडी लेकर कई दस्तावेजों पर इनके हस्ताक्षर करवा लिए. इन्हें लोन तो मिला नहीं पर 9 करोड़ रुपये का टैक्स का नोटिस मिल गया.

ईटीवी भारत ने उठाया मुद्दा

वहीं इस पूरे मामले की जानकारी लेते हुए ईटीवी भारत की टीम ने इस परिवार के दुख को समझा और इस मुद्दे को उठाया और इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता दी. इस मामले को मुख्यमंत्री के संज्ञान में डाला गया और इसके साथ ही पूरे परिवार को मुख्यमंत्री से मिलवाया गया जिसके बाद मुख्यमंत्री ने करनाल पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच करने के आदेश जारी कर दिए हैं.

सीएम ने दिए जांच के आदेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई ना हो. किसी भी गरीब इंसान को इस तरह की परेशानी ना हो और दोषियों को बख्शा ना जाए. वहीं मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस अधीक्षक करनाल को मामले की जांच करने के आदेश देने के बाद पुलिस अधीक्षक ने परिवार को मिलने के लिए बुलाया और निश्चित होकर अपना काम करने के लिए कहा.

परिवार ने जताया ईटीवी भारत का आभार

ईटीवी भारत की टीम ने फिर से पूरे परिवार से मुलाकात कर उनके दिल का हाल जाना. पूरा परिवार ईटीवी भारत का धन्यवाद करता हुआ नजर आया. उन्होंने कहा कि हमारी सुनवाई कहीं पर भी नहीं हो रही थी लेकिन मीडिया के संज्ञान में आने के बाद हमें कुछ राहत महसूस होने शुरू हो गई है. उन्होंने बार-बार ईटीवी भारत का धन्यवाद किया.

ये भी पढ़ें- चंडीगढ़ः सेक्टर 32 के पीजी में आग लगने से तीन लड़कियों की मौत

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.