करनाल: स्वच्छता सर्वेक्षण के पांचवें संस्करण 'स्वच्छ सर्वेक्षण-2020' में इंदौर भारत का सबसे स्वच्छ शहर बना है. जबकि करनाल ने अपने प्रदर्शन में बड़ा सुधार करते हुए 17वां स्थान हासिल किया है. बेस्ट परफोर्मिंग स्टेट केटेगरी में हरियाणा को देश भर में दूसरा स्थान मिला है.
प्रदेश में पहले नंबर पर करनाल
केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक समारोह में स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार-2020 की घोषणा की. हरियाणा के करनाल ने एक बार फिर पूरे प्रदेश में पहला रैंक हासिल किया. रोहतक 35वें, पंचकूला 56वें जबकि गुरुग्राम 62वें स्थान पर रहा. वहीं प्रदेश की राजधानी चंडीगढ़ 16वें नंबर पर रही.
गौरतलब है कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 के परिणामों में एक लाख से तीन लाख की आबादी के देश के 425 शहरों में करनाल को 24वां रैंक हासिल हुआ था जबकि स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 में करनाल को 65वां तथा 2018 में 41वां रैंक मिला था. इस प्रकार एक साल के बाद करनाल ने 17 पायदान पार कर न केवल राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानजनक स्थान प्राप्त किया है, बल्कि हरियाणा में भी प्रथम रहकर सिरमौर बना है.
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स्वच्छता को लेकर अपने आप में यह एक बड़ी उपलब्धि है. स्वच्छता परिणामों में हरियाणा में करनाल के पहला स्थान पाने पर शहरवासियों में खुशी का माहौल है. स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणामों से पहले केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पूरी ने करनाल की दो कूड़ा बीनने वाली बाछी देवी और सोनू कुमार से बातचीत की. उन्होंने उनसे स्वच्छता सर्वेक्षण में योगदान और महत्त्व पर चर्चा की. इस चर्चा के लिए देश भर में चार शहरों को चुना गया था जिसमें करनाल भी शामिल रहा.
स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 परिणाम में फिर इंदौर अव्वल
गौरतलब है कि भारत सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के परिणामों की घोषणा कर दी है और एक बार फिर से इंदौर ने बाजी मारी है. इंदौर इस साल भी टॉप पर है, वहीं गुजरात का सूरत शहर दूसरे स्थान पर काबिज है. इंदौर पिछले तीन साल से टॉप पर था और यह उसका लागातार चौथा साल है. तीसरा स्थान नवी मुंबई का है. वहीं गंगा किनारे बसे शहरों में उत्तर प्रदेश का वाराणसी अव्वल है. वहीं बिहार की राजधानी पटना सबसे निचले पायदान पर है.
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