करनाल: ईटीवी भारत की टीम अपने खास कार्यक्रम 'जनता का घोषणा पत्र' के तहत करनाल विधानसभा क्षेत्र पहुंची और वहां की जनता से जाना कि अगर आपको अपना घोषणा पत्र बनाने का मौका मिले तो आप किन समस्याओं को सबसे ऊपर रखेंगे.
ईटीवी भारत की मुहिम
ये कार्यक्रम ईटीवी भारत ने इसलिए शुरू किया है क्योंकि राजनीतिक पार्टियां हमेशा घोषणा पत्र बनाती हैं लेकिन उस पर कभी अमल नहीं होता या घोषणा पत्र में वो समस्याएं ही नहीं होती जिनसे जनता रोजाना दो-चार होती है. इसलिए ईटीवी भारत ने अपने सरोकार को निभाते हुए 'जनता का घोषणा पत्र' कार्यक्रम के तहत जनता को मौका दिया है कि वो अपना घोषणा पत्र बनाए ताकि राजनीतिक पार्टियों तक उनकी आवाज और असल समस्याएं पहुंचे.
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'करनाल में लॉ एंड ऑर्डर पर सरकार पहले करे काम'
हमारी टीम करनाल विधानसभा क्षेत्र पहुंची तो लोगों ने सबसे पहले रोजगार और लॉ एंड ऑर्डर पर काम करने की बात कही. लोगों ने कहा कि पिछले दिनों से न केवल सीएम सिटी में बल्कि जिले के कई गांवों में हत्या, लूट, रेप की वारदातों से लोगों के दिलो में दहशत फैल कर रखी है. जिससे ये साबित होता है कि करनाल में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है.
'रोजगार मुहैया कराने के बारे में सोचे सरकार'
वहीं लोगों ने कहा कि रोजगार न मिलने से पढ़े-लिखे युवा धक्का खा रहे हैं. बेरोजगारी की वजह से क्राइम बढ़ रहा है. इसलिए सरकार रोजगार मुहैया कराने के बारे में सोचे.
'बढ़े चालान राशि पर सरकार लगाए रोक'
वहीं उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि चालान की राशि बढ़ा दी गई है. लेकिन पार्किंग और अतिक्रमण पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है, जो कि बड़े हादसों का कारण है. जिस पर सरकार को रोक लगानी चाहिए.
जनता को सोर्स उपलब्ध कराने में सरकार निभाए भागीदारी
लोगों का कहना है कि जनता की परेशानी उसके सोर्स से है, अगर उसका सोर्स ठीक है तो कोई परेशानी नहीं होगी. इसलिए सरकार जनता को सोर्स उपलब्ध कराने में अपनी भागीदारी निभाये.