पंचकूला: हरियाणा में डेंगू का खतरा लगातार बना हुआ है. डेंगू की चपेट में आ रहे मरीजों की संख्या भी रोजाना बढ़ रही है. प्रदेश में डेंगू के कुल मामले 5300 के पार जा चुके हैं. रोजाना 100 से अधिक मामले रिपोर्ट हो रहे हैं. समूचे प्रदेश में डेंगू के सबसे अधिक मामले जिला पंचकूला में रिपोर्ट हुए हैं.
कहां कितने डेंगू मरीजों की मौत: समूचे हरियाणा में जिला पंचकूला में डेंगू के केसों की संख्या सबसे अधिक है. हालांकि दावा ये भी है कि पूरे प्रदेश में सबसे अधिक टेस्टिंग भी जिला पंचकूला में ही की जा रही है. यही कारण है कि यहां डेंगू भी लगातार बढ़ता दिखाई दे रहा है. डेंगू की चपेट में आकर जान गंवाने वालों की बात करें तो अर्बन पंचकूला में 3 इस सीजन में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि पंचकूला के गांव कोट और पिंजौर में 1-1 व्यक्ति की मौत हुई है.
अर्बन और ओल्ड पंचकूला में खतरा: हरियाणा में डेंगू की सबसे अधिक मार जिला पंचकूला के लोगों पर पड़ी है. ओल्ड पंचकूला हो या अर्बन पंचकूला, दोनों जगहों पर डेंगू के मामले तेजी से बढ़े हैं. ओल्ड पंचकूला में डेंगू के 205 केस रिपोर्ट हुए हैं, जबकि सबसे अधिक अर्बन पंचकूला में 615 केस रिपोर्ट हुए. इसके अलावा जिला पंचकूला के गांवों में भी डेंगू की चपेट में आए लोगों की संख्या बढ़ी है. गांव सूरजपुर में डेंगू के 141 और पिंजौर में 128 केस रिपोर्ट हुए हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन अपने-अपने स्तर पर बचाव के सभी उपाय करने में जुटे हैं. लेकिन फिलहाल तक राहत नहीं मिल सकी है.
अब तक 13 हजार टेस्ट हुए: जिला पंचकूला में डेंगू के इस सीजन में अब तक कुल 13 हजार टेस्ट किए जा चुके हैं. पंचकूला के सेक्टर 6 स्थित जिला सिविल अस्पताल की सीएमओ मुक्ता कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार लोगों को जागरूक कर रहे हैं. रोजाना टेस्ट भी किए जा रहे हैं. स्वास्थ्य सुविधाओं में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है. लेकिन डेंगू की रोकथाम के लिए लोगों का जागरूक होना अति आवश्यक है.
पंचकूला में डेंगू हर साल की चुनौती: हरियाणा में पंचकूला ही एक ऐसा जिला है, जहां हर साल डेंगू के मामले लगातार बढ़ते रहे हैं. ऐसा नहीं है कि पहली बार डेंगू जिला पंचकूला में लोगों की जान ले रहा है, बल्कि हर साल इसका खतरा स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन के लिए एक चुनौती बना रहता है. जनसंख्या का दृष्टिकोण हो या फिर ह्यूमिडिटी, पंचकूला में लार्वा बनने से डेंगू के मामलों की संख्या अधिक रहती है. हालांकि अब धीरे-धीरे तापमान ठंडा होने से डेंगू के बढ़ते मामलों से राहत मिलने की उम्मीद है.
ऐसे करें बचाव: जिला पंचकूला में स्वास्थ्य विभाग की अनेक टीमें लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक कर रहे हैं. साथ ही उन्हें बचाव उपाय भी सुझाए जा रहे हैं. अपने आसपास पानी खड़ा नहीं होने दें. दो-तीन दिन लगातार बुखार रहने पर चिकित्सकीय परामर्श लें और टेस्ट भी कराएं. गमलों और क्यारी में रोजाना पानी देने से बचें, क्योंकि पानी खड़ा रहने पर लार्वा बनता है. घर के अंदर और बाहर आसपास निगरानी रखें कि कहीं पानी खड़ा ना हो. कपड़े ऐसे पहनें कि शरीर पूरा ढका हो.